तुझे क्या कहूं
तू ही बता तुझे क्या कहूं
गुलशन की बहार कहूं
खुशियों का संसार कहूं
जिंदगी का सार कहूं
या मेरे दिल में बसा
बेपनाह प्यार कहूं....
तू ही बता तुझे क्या कहूं....
आसमान का सितारा कहूं
मदहोश करने वाला इशारा कहूं
या जन्नत का खूबसूरत नजारा कहूं....
तू ही बता तुझे क्या कहूं.....
परियों का ख्वाब कहूं
खुशियों की किताब कहूं
मयखाने का शबाब कहूं
या कायनात का सबसे हसीन गुलाब कहूं...
तू ही बता तुझे क्या कहूं....
प्यार की आज़ादी कहूं
चाहतों की आबादी कहूं
दुनिया की सबसे खूबसूरत वादी कहूं
या परिस्तान की दिलकश शहजादी कहूं...
तू ही बता तुझे क्या कहूं
मदभरी रात कहूं
सबसे हसीन बात कहूं
पूरी हो हर तमन्ना वह साथ कहूं
यह बंजर धरती पर प्यार की बरसात कहूं...
तू ही बता तुझे क्या कहूं.....
मुस्ताक अली शायर......
7887481053