क्या कहना!!
झील सी ये आखेँ उफ्फ आदाओ का क्या कहना,
कि झील सी ये आखेँ उफ्फ आदाओ का क्या कहना,
कि जब भी देखा करते है, जी भड़के आँखों में तेरी।
हाय तेरी मुस्कुराहट का क्या कहना।।
कि तमन्ना तो है, खो के ही रह जाऊ तुझमें ही कही,
कि तमन्ना तो है, खो के ही रह जाऊ तुझमें ही कही,
इस तमन्ना की एक और तमन्ना हैं की इस तमन्ना का क्या कहना।
मसला साफ है दिल का ,
आपके प्यार में पड़े है अभी नए नए।
जो पुराने आशिक है आपके उनका क्या कहना।।
कि बेख्याली में भी जो ख्याल आता है मुझे,
बस उस ख्याल का ख्याल तुम रखना।
वादा करते हैं तुमसे, अगले सात जन्मों का तो पता नहीं,
पर जब तक ये ज़िंदगी है।
कसम से उस जिंदगी के हर एक पल को इतना खास बना दूंगा,
की उस जिंदगी के हर पल हर एक क्षण का क्या कहना ।
Mr Rishi,,,,