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कुछ तो शरारत हो रही है मुझे तेरी आदत हो रही है तेरी मोजो मे अब लगने लगा है दिल लगता है अब इस दिल की चाहते पूरी हो रही है .
जहर ही पिना है तो शराब🍻 से क्या गिला ये क्या कम है जिन्दगी 🔪मिटाने के लिए .
तेरी किताबो से नजरे हठे तो देख हमे है तेरा ये दिल एक तू ही देर करे तेरे कहानियो के किरदार से हम कम नही जरा दिल के मन से पढ़ कर देख हमे .
हर तरीके से आजमाया है तूने .. दिल चुराकर भी तड़फाया है तूने .. अगर तुझको इतनी मोहब्बत थी हमसे .. तो फिर कहने मे इतना वक्त क्यू लगाया तूने .
ये दुनिया हमारी कब हो चली कैसे मै खुद को इनाम दू मेरी जेबो मे बस चन्द सिक्के है बाकि कैसे मै खुद को आराम दू है खामोश दिल और खामोश तुम कैसे मौहब्बत का अब नाम दू थोड़ा तो इशारा अब देदे मुझे ताकि मै मौहब्बत को अन्जाम दूं.
मेरी बुक रहे तेरी दुआ मुझ पर - सातवा हिस्सा ( भाग) . •• जादूगर जोहरान और तबाही•• मातृभारती ऐप पर प्रकाशित हो चुका है स्टोरी पर जाये पढ़े स्टार और अपने रिवीयू के साथ मेरा प्रोत्साहन बढ़ाये . https://www.matrubharti.com/book/19982875/rahe-teri-dua-mujh-per-saatwa-hissa
मेरी नयी रचना •••• दिल से कही दिल की कही •••• मातृभारती पर रलीज हो चूकि है . https://www.matrubharti.com/book/19982776/dil-se-kahi-dil-ne-kahi
दर्द मे भी तुझको बेहन्ताह चाहा है हमने आंसू छिपाकर तुझको हसाया है हमने तेरी हर राह मे तेरा हम साया रहे हम तुझको इस तरह कितनी मंजिल तक लाया हमने तुझको सब मिल गया जिसकी चाह थी तुझे मगर अपना सब कुछ खो कर भी कुछ ना पाया हमने तू चला गया तुझे तो बस जाना था हमे छोड़ मगर तुझको इस दिल से कभी ना भुलाया हमने बेघर पड़े इस दिले मकां की एक ही चाबी थी तू तेरे बाद कभी इस दिल से ना ताला हटाया हमने.
कब्र तक पहुंच जाते जनाब,बड़ी देर करदी आने मे वो तो हम अब तक होश मे है, बड़ी भीड़ लगी थी मयखाने मै . कुछ कर भी नहीं सकता तेरा, तू आज भी मेरा कल भी मेरा तुझसे जुदा मै रहे नही सकता ,तू पल भी मेरा तू भर भी मेरा . लगी थी आग पानी में, जमाने लगे बुझाने मे ओरो पर इतना भरोसा, बस हमसे शर्म लगी बताने मे .
नकाब हर शक्सियत बदल रहे थे हम बिना जाने क्या क्या समझ रहे थे धोका एक बड़ी चीज है ये मालूम पड़ा वरना हम छोटी छोटी बातो पर झगड़ रहे थे .
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