मैं और मेरे अह्सास

बातों बातों में हाले दिल सुनाया होगा l
दस्ताने दर्द को सुनाकर रुलाया होगा ll

रूबरू मिलन की गुंजाईश कम है तो l
वॉट्स आप मेसेज में बुलाया होगा ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111865801

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