मुझसे रुका ना जाये
कैसी ये बेताबी है।
तुझे प्यार करू इतना
जितनी ज़िंदगी बाकी है
अब तो जीना मुश्किल
सा हो गया है चांदनी रात में
दिन पे दिन बीत रहे है।
तेरे इज़हार ए इश्क़ की मुलाकात में।
मुझे चंद देखना है तेरे साथ में।
लेके तेरा हाथ अपने हाथ में।
दिन पे दिन बीत रहे है।
तेरे इज़हार ए इश्क़ की मुलाकात में।
-दीपक ✍️🇮🇳💙
-Deepak