हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनायें 🙏🌹
सुनो सुनाती हूं मैं हिंदी की एक कहानी
संस्कृत के कोख से जन्मी जानी पहचानी।
सदियों का इतिहास है इसका ऐसा कहते
भारतेंदु लिख जाते थे जिसको कहते कहते।
गरिमा यह साहित्य की है भाषा की जननी
जन-जन की भाषा है यह राजभाषा अपनी।
इसकी महत्ता का अनुमान इससे लग पाया
शीर्षतम सॉफ्टवेयर कंपनियों ने जब अपनाया।
उज्ज्वल, सशक्त, समृद्ध, विविध रूप में फैली
हिंदी का पुट न होता क्या होती भाषा में शैली।
सूर, तुलसी, कबीर, मीरा के जीवन में शोभित
रसखान, रहीम, ज्ञानेश्वर, नामदेव भी थे मोहित।
अध्यात्म से परिपूर्ण सबको निकट लाने वाली
हर भाषा में संदेश एकता का भर जाने वाली।
जन जन तक पहुंची विचार लिए सरल रूप से
स्वतंत्रता के भाव पिरोती जन जन में पूर्ण रूप से।
तुम मानो मेरी बात की देश की धड़कन हिंदी है
भारत का जब जब होगा श्रृंगार तो बिंदी हिंदी है।
#रश्मि_रश