कभी हम जितना सोचते है, प्रोब्लेम्स इतनी बड़ी नही होती! ज्यादातर हम समस्या के बारे मे सोच- सोचकर समस्या का स्वरूप कई गुनाह बढा देते है। जब तक हम जिंदा है, तब तक हम अपनी जिंदगी को बेमिशाल और शानदार बना शकते है। बस जिंदगी की इस सफऱ में जोश का जो पहिया है, उसे तूटने ना दे! और अपनी सच्ची सोच को लुटने ना दे।
सफर के मजे चखते रहिए।
जिगर_अनामी राइटर
(जिंदगी के बेज़ुबान सवालों से..)