तू मिल जाये
अभी अगर तू मुझे मिल जाये
मौसम ये हसीन हो जाये
अगर मिल जाये
तेरी ही नजरों मैं खोया रहूंगा
एक झलक गर तेरी मिल जाये
अगर मिल जाये
कभी तो ये पल ऐसे मिलते नही है
मिल भी अगर जाये पल में गुजरते हैं
हो तेरा आँचल, आखों का काजल
मेरे तो हैं बस इतने ठिकाने
एक झलक गर तेरी मिल जाये
अगर मिल जाये
तू है तो लगता है जन्नत यही हैं
तेरा ही साथ हो मन्नंत यही है
तेरी ही खुसबू, तेरी ही झुल्फहें
हर पल मुझको तेरे पास बुलाये
अगर मिल जाये
एक झलक गर तेरी मिल जाये
अगर मिल जाये
" अनुभव "