मेरे दिल से निकल कर हर राहें तुझ तक ही पहुँचती हैं..
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मैं किसी और राह चल दूँ, ये मेरे रब को गवारा ना होगा।।




"अदम्य"❤

-सिद्धार्थ रंजन श्रीवास्तव

Hindi Shayri by सिद्धार्थ रंजन श्रीवास्तव : 111758997

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