जान जाती है एक औरत हर किसी की परेशानी दिल की।
अफसोस इस बात का है ,
उसके माथे पर आई शिकन किसी को दिखाई नहीं देती।।
क्या मंजर होता है, वह भी दुनिया का ।
एक तड़पती बेबस लड़की बेआबरू होती,
अपनों के बीच में ही,
पर हर कोई तमाशा देखता है उसके बेइज्जती का ।
क्यों ?उसके लिए किसी के मुंह से आह तक नहीं निकलती।
क्यों?
एक लड़की अपनी मौत का कारण जानते हुए भी मौन हो जाती है ।
आखिर क्यों??
शायद इसीलिए
एक लड़की मां की कोख में ही मार दी जाती है।। आखिर क्यों??????