#विधवा ....
एक सुहागन तब मन से "विधवा",
बन जातीं है,
जब राते उसके हिस्से की,
गैरो के साथ बिताई जाती है.....
सुहागन की मांग का सिंदूर,
तब रक्तिम हो जाता है,
जब पति उसका उस पर,
हाथ उठाता हैं....
मुस्कान चेहरे की हर पल,
और खोखली हो जाती है,
जब पति के द्वारा वो,
छली जाती है....
क्या जरूरी है,
बस ये बता दो??
सुहागन के रूप में विधवा होगा,
या ससम्मान विधवा होगा...??
#विधवा