जितनी शिद्द्त से,
चाहा था तुम्हें....
उतनी ही शिद्द्त से,
तुमने बेवफाई की..
ज़माने पर वैसे ही,
भरोसा नहीं करतें हम....
तुम ने भरोसा पर से,
भरोसा ही उठा दिया हमारा....
शिकायत तुम्हें क्या करें,
ये तो दिल की खता हैं.....
कसक दिल में कैसी है,
ये तो बस दिल को पता है.....
💞💞एहसास- ए- इश्क़....💔💔