#यारियां
यूँ ही मिलते रहो तुम,
यूँ ही खिलते रहो तुम।
मुझ जैसो से ऐसे ही dealते रहो तुम।
पानी पी लो एक गिलास,
और मुझे झेलते रहो तुम।
अपने गुस्से को ऐसे killते रहो तुम।
वैसे तो तुम भी सेब नहि हो।
गर हो तो छीलते रहो तुम।
दोस्ती में थोड़ा peelते रहो तुम।
दिमाग रखो साईड पर,
बस दिल से रहो तुम।
मेरे साथ रहकर thrillते रहो तुम!
फटीचर से हुलिये को, मुझसे
मिलकर सिलते रहो तुम।
खास हो यारा यह feelते रहो तुम...
© लीना प्रतीश