लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप में मन के तार तो जुड़े हुए हैं लेकिन क्या ऐसे जोड़े खुश हैं? कैसे तलाश करते हैं वे अपनी खुशियाँ कैसे दबाते हैं अकेलेपन का दर्द।
नये पात्र सुयोग और प्रिया की कहानी पढ़िये देह की दहलीज पर कहाँ ठिठका है इनका रिश्ता।
शाम छह बजे
देह की दहलीज पर