हमें मिलना ही है
हमें मिलना ही है
आज आई है काली रात ,
कल सवेरा होना ही है ,
क्योंकि ,हमें मिलना ही है
हमें मिलना ही है
बहुत हुई लोगों की कानासुनी
बहुत हुई एक दूसरे से लड़ाई
पर कोई नहीं कर सका जुदाई
क्योंकि ,
हमें मिलना ही है
हमें मिलना ही है
पता है वजूद नहीं मेरा कुछ भी
तुम से नाता नहीं अब कुछ भी,
पर यकीन है खुद पर ,एक दिन बनूंगी सब कुछ भी
क्योंकि, हमें मिलना ही है
हमें मिलना ही है
लिखीत: BINDIYA SHARMA