Hindi Quote in Story by Minni Mishra

Story quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

#सजाना

* लक्ष्मी- नारायण * (लघुकथा)

‘क्या हुआ ? तबियत तो ठीक है न ? सबेरे से तुम्हारा चेहरा क्यों उतरा हुआ लग रहा है ?”

“ हाँ..हाँ...सब ठीक है |” मैं चेहरे पर फीकी हँसी लाते हुए पति से बोली |

किसे बताऊँ, मन की बात ! आज मेरी पहली वटसावित्री है...मायके से एक कौआ भी नहीं पूछने आया !

मैं, बार-बार बाथरूम जाकर अपने आँसुओं से भींगी आँखों पर छींटा देती , और सामने लगे शीशे को मन की बात बताती , “ बचपन सौतेली माँ के साये में बीता...असली माँ का स्वाद नहीं जाना | नई माँ के मोहपाश में पिता का पलड़ा हमेशा उधर ही भारी दिखा | ”

खैर! आनन-फानन में मेरी शादी करके पिता का बोझ तो हल्का हुआ ! भगवान का लाख-लाख शुक्र , मेरे पति भले पोलियो से ग्रसित हैं...पर, मन से अपाहिज नहीं !

“ लक्ष्मी....|”

“ अपना नाम सुनते ही मेरी तन्द्रा टूट गई... मैं घबराकर चिल्लाई, “जी.....अभी आई |”

“ ये पहन लो.... तुम्हारा पहला वटसावित्री है |” व्हील चेयर पर बैठे पति, चुनरी की साड़ी के साथ सिंदूरी लाल लाख की चूड़ी मेरे हाथ में पकड़ाते हुए आगे बढ़ गये |

झट से तैयार होकर, मैंने फूल की साजी (डलिया) लेते हुए पूजा करने के लिए जैसे ही आगे बढ़ी, पति व्हील चेयर के सहारे मेरे करीब आ पहुँचे | उठकर मेरे माथे को चूमते हुए बोले, “ सच, तू लक्ष्मी-सी लगती है |”

आज, उनको पहली बार बिना सहारे के खड़ा होते देख, मुझे अपनी आँखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था | हड़बड़ाहट में मेरे साजी के सारे फूल उनके चरणों पर सज गये |

मैं झुकते हुए आहिस्ता से बोली, “आप, नारायण हो गये |”

----- मिन्नी मिश्रा /पटना
स्वरचित

Hindi Story by Minni Mishra : 111360419
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now