खालि है जो तेरे बिना मै वो घर हु तेरा
गुमे फिरे तु चाहे सब शेहर तु है मेरा ..
खालि है जो तेरे बिना ...
मुज पे कब से लिखा हुआ तेरा हि नाम है
मुज मे जो है मेरा सभि तेरा हि नाम है
चाहत भि तु मेरि और हक भि है मेरा
खालि है जो तेरे बिना मै वो घर हु तेरा...
हम से जाने कयु बेवजाह जलते है फासले
मिलना तेरे गले पर मिल रहे ये गले ...
आजा मीता ये जो है फासला तेरा मेरा
खालि है जो तेरे बिना मै वो घर हु तेरा