?साथ है पर जानते नहीं पर साथ रेहने से जाना भी जा सकता है |...ॐD
एक ही पींजरेमे शेर और बकरी है पर दोनों एक दुजे से डरे | बकरी शेर का विकराल रुप देख और शेर सर्कस का है | जो बीना कहे खाता नहीं | जब माध्यम कोई बने केहने को तब पता चले कि कौन क्या है | साथ बचाना भी है कोई राह ढुंढनी है कि शेर बकरी को न खाए और बकरी शेर से ना घबराए | तो राह कुछ यु निकलती है कि कहे ही नहीं | तो समय रहते पता भी चल जाए अच्छा, दोस्त है और साथ रेहने से प्यार भी बढ जाए उस वजह से एक दुसरे का नुकसान पहोंचेगा सोचेंगे नहीं | बोलो क्या केहते !?!...ॐD