''रस' रंग २', read it on Matrubharti :
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ज़िंदगी में अगर प्यार हो जाये तो ज़िंदगी बडी हसीन हो जाती है। ज़िंदगी के कुछ मायने भी बदल जाते है। प्यार में कभी मिलन भी हो सकता है या बिछडना भी पड सकता है और अगर प्यार एक तरफा हो तो उसका तो कुछ अलग ही दर्द मिलता है दिल को। लेकिन कुछ भी कहे प्यार में जो होते है उनकी ज़िंदगी कुछ हटके ही होती है। अगर ज़िंदगी में कभी भी प्यार नहीं हुआ है तो इसकी शिकायत हम भगवान से कर सकते है। तो प्यार के इसी रंगो को शब्दों का रूप देकर 'रस'रंग में प्रस्तुत कर रहा हूँ। उम्मीद है आप इसका लुत्फ़ उठा सकेंगे।

Hindi Shayri by Dhaval Kachhia : 111025009
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