Rooh se Rooh tak - 13 in Hindi Love Stories by IMoni books and stories PDF | रूह से रूह तक - चैप्टर 13

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रूह से रूह तक - चैप्टर 13

अर्निका हल्की मुस्कान के साथ बोली, "हर किसी की ताकत अलग होती है। पढ़ाई में अच्छा होने का मतलब यह नहीं कि बाकी चीजों में भी खुद को साबित करना पड़े।"

लड़की ने आँखें घुमाते हुए कहा, "बड़ी-बड़ी बातें तो कोई भी कर सकता है, लेकिन अगर हिम्मत है, तो कुछ करके दिखाओ! या फिर सिर्फ क्लासरूम की टॉपर ही बनी रहोगी?"

रिया, जो अब तक चुप थी, आगे बढ़कर बोली, "अरे छाया दी, ये डर गई होगी! वैसे भी, इसे कभी कुछ ऐसा करते देखा भी नहीं होगा।"

ईनाया तुरंत बोली, "डर वही महसूस करते हैं, जिन्हें खुद को साबित करने के लिए दूसरों को नीचा दिखाना पड़ता है।"

रिया की बहन, साइरा, ठहाका लगाकर बोली, "ओह, तो अब बहाने बनाए जा रहे हैं! कोई बात नहीं, जो लोग सिर्फ किताबों में उलझे रहते हैं, वो ग्राउंड पर टिक नहीं सकते। और जहां तक तुम्हारी बात है, तुम हमारे सामने कुछ भी नहीं हो।"

फिर उसकी नजर उस लड़के पर गई, जो कब से अर्निका को देख रहा था। उसे घूरते देख, साइरा के चेहरे पर जलन साफ झलक रही थी। वह लड़का कोई और नहीं, बल्कि सुबह वाला लड़का था—कॉलेज के सबसे मशहूर लड़कों में से एक, देश के टॉप 5 परिवारों में से एक शेखावत परिवार का छोटा बेटा, युगांश शेखावत।

युगांश यहाँ बिजनेस की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन इस वक्त उसकी नजरें सिर्फ अर्निका पर टिकी थीं।



साइरा हमेशा युगांश को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश करती थी, लेकिन युगांश को उसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। फिर भी, वो उसके पीछे लगी रहती और अगर कोई लड़की युगांश से बात करने या उसके करीब जाने की कोशिश करती, तो साइरा उसे इस तरह परेशान करती या दोबारा उसकी ओर देखने की हिम्मत भी न करे। उसे युगांश से ज्यादा उसके पैसे और शेखावत परिवार की छोटी बहू बनने का सपना था।

आज जब उसने युगांश को अर्निका की तरफ देखते हुए पाया, तो उसका गुस्से से खून खौल उठा। उसके भीतर एक अजीब-सी बेचैनी और डर पैदा होने लगा—एक ऐसा डर, जिसे उसने पहले कभी महसूस नहीं किया था।

"अब तक कोई भी लड़की युगांश के सामने टिक नहीं पाई," साइरा ने सोचा। "लेकिन ये लड़की... ये तो पहली ही मुलाकात में उसे नज़रअंदाज़ कर रही है! और युगांश भी, जो आमतौर पर किसी की तरफ देखता तक नहीं, इसे इतनी दिलचस्पी से देख रहा है?"

गुस्से और जलन से भरी साइरा ने खुद को संभाला और चेहरे पर नकली मुस्कान ओढ़ते हुए तंज भरे लहज़े में बोली, "तुम नई हो, इसलिए शायद तुम्हें यहाँ के कुछ नियम नहीं पता। लेकिन कोई बात नहीं, धीरे-धीरे सीख जाओगी!"

अर्निका ने बिना हिचकिचाए जवाब दिया, "नियम सिर्फ उनके लिए होते हैं, जो खुद को उनमें बांधकर रखते हैं। और सीखने की बात रही, तो मैं खुद तय करूँगी कि मुझे क्या सीखना है और क्या नहीं।"

साइरा की मुस्कान एकदम फीकी पड़ गई। उसने ठान लिया था कि किसी भी हाल में अर्निका को नीचा दिखाना है।

युगांश, जो अब तक शांत खड़ा था, हल्की मुस्कान के साथ यह सब देख रहा था। शायद पहली बार, कोई उसे सच में दिलचस्प लगा था। उसने कुछ नहीं कहा, बस अपने दोस्तों के साथ एक तरफ बैठकर इस बहस को देखने लगा।

अर्निका की बात सुनकर साइरा के साथ उसकी दोस्त भी गुस्से में लाल हो गईं। आज पहली बार किसी ने साइरा को इस तरह जवाब दिया था।



अगर किसी ने साइरा को इस तरह जवाब देने की कोशिश भी की, तो या तो वह खुद ही पीछे हट जाता, या फिर साइरा उसे ऐसा सबक सिखाती कि वो दोबारा उसकी राह में आने की हिम्मत न करे। लेकिन अर्निका… ये लड़की अलग थी।

नीलाक्षी, जो अब तक चुप थी, झुंझलाकर बोली, "साइ, तुम्हें इससे ज़्यादा बात करने की ज़रूरत नहीं है। सीधा चैलेंज दे दो! फिर देखना, कैसे इसकी अकड़ उतरती है।" उसने तिरछी नज़र से अर्निका को घूरते हुए कहा, "यहां सब जानते हैं कि तुमसे फाइटिंग में कोई नहीं जीत सकता। और इसे देखकर तो यही लगता है कि इसे फाइटिंग का ‘फ’ भी नहीं आता!"

साइरा ने गहरी सांस ली और अपनी वही ठंडी मगर तीखी मुस्कान के साथ अर्निका की ओर देखते हुए कहा, "ठीक है! अगर तुम इतनी ही कॉन्फिडेंट हो, तो एक चैलेंज क्यों न हो जाए? देखते हैं कि सिर्फ जुबान चलाने में तेज हो, या सच में कुछ कर सकती हो!"

अर्निका ने बिना झिझके जवाब दिया, "मुझे किसी को कुछ साबित करने की ज़रूरत नहीं है। और खासकर उन लोगों को, जो अपनी जीत सिर्फ दूसरों को नीचा दिखाने में समझते हैं।"

साइरा की मुस्कान अब पूरी तरह गायब हो चुकी थी। उसके दोस्त भी अब तक चिढ़ चुके थे।

तभी, अब तक चुपचाप खड़ा युगांश अचानक हल्का हँस पड़ा। उसकी गहरी आवाज़ ने माहौल को और ठंडा कर दिया।

"साइरा," उसने हल्के से सिर झुकाते हुए कहा, "हर कोई तुम्हारे बेमतलब के खेल में फँसने वाला नहीं है। कुछ लोग तुम्हारी सोच से कहीं ऊपर होते हैं।"

युगांश की बात सुनते ही साइरा का चेहरा तमतमा उठा। उसने भले ही सीधा उसे कुछ नहीं कहा, लेकिन उसका मतलब बिल्कुल साफ था—"अर्निका तुम्हारे लेवल से ऊपर है!"

साइरा ने गुस्से में मुट्ठियाँ भींच लीं। आज पहली बार युगांश ने उसे सभी के सामने यूं अनदेखा किया था, और वो भी अर्निका के लिए!

उसने अर्निका को घूरते हुए गुस्से से कहा, "अगर हिम्मत है, तो मुझे चैलेंज करने से क्यों डर रही हो?"



अर्निका ने सीधा साइरा की आँखों में झाँका, फिर हल्की मुस्कान के साथ कहा, "मैं पहले ही कह चुकी हूँ, मुझे तुम्हें या किसी और को कुछ साबित करने की ज़रूरत नहीं है।" इतना कहकर उसने अपने दोस्तों की ओर देखा और उनके साथ वहाँ से जाने लगी।

लेकिन जैसे ही उसने दो कदम बढ़ाए, साइरा की आवाज़ पीछे से गूँजी, "रुको! मैंने तुम्हें जाने के लिए नहीं कहा है!"

अर्निका के कदम ठिठक गए। उसने हल्का सा सिर घुमा कर पीछे देखा, लेकिन बिना कोई प्रतिक्रिया दिए आगे बढ़ने लगी।

साइरा का गुस्सा और बढ़ गया। उसने तेज़ आवाज़ में कहा, "मैंने तुम्हें जाने की इजाजत नहीं दी, तो तुम ऐसे पीठ दिखाकर नहीं जा सकती!"

अर्निका ने गहरी सांस ली और पूरी तरह मुड़कर साइरा की ओर देखा। उसकी आँखों में अब भी वही शांति थी, लेकिन उसके पीछे एक गहरी समझदारी भी झलक रही थी।

"जब मैं किसी बात को नज़रअंदाज़ करने का फैसला कर लेती हूँ, तो उसमें उलझती भी नहीं," अर्निका ने संयम से जवाब दिया।

साइरा के दोस्तों ने उसका साथ देते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया—

"डर गई क्या?"
"अगर हिम्मत है तो मुकाबला कर!"

रिया, जो अब तक तमाशा देख रही थी, मौका देखकर मुस्कुराई और बोली, "अर्निका, मिस टॉपर क्वीन! अगर तुमने चैलेंज स्वीकार नहीं किया, तो पूरे कॉलेज में तुम्हारी खिल्ली उड़ेगी। क्या तुम चाहती हो कि सब तुम्हारा मज़ाक उड़ाएँ? अगर नहीं, तो मेरी दी से लड़ाई करो!"

अर्निका ने रिया को देखा। उसकी चालाकी साफ झलक रही थी, लेकिन उसने खुद को शांत रखा।

इससे पहले कि अर्निका कुछ कहती, ईनाया ने आगे बढ़ते हुए तंज कसा, "अगर कोई चुपचाप जाना चाहे, तो इसका मतलब डरना नहीं, बल्कि समझदारी होता है। लेकिन कुछ लोगों की सोच से ये बातें बाहर होती हैं।"

साइरा ने ईनाया को घूरते हुए कहा, "बातें बनाने में तो तुम लोग उस्ताद हो!"

तभी साइरा के दोस्त रातुल ने कहा, "अरे साई, ये लोग सिर्फ बातें बनाना जानते हैं, इसके अलावा इन्हें कुछ नहीं आता। इन्हें उनके घर वालों ने कुछ नहीं सिखाया है!"

रिया ने भी ठहाका लगाते हुए कहा, "बिलकुल सही! इन मिडल क्लास लोगों की यही प्रॉब्लम है। इन्हें सिर्फ बातें बनानी आती हैं। इनकी तो इतनी औकात भी नहीं कि कॉलेज की फीस दे सकें, इसलिए स्कॉलरशिप लेकर पढ़ने आते हैं!"

नीलाक्षी ने हँसते हुए जोड़ा, "बिलकुल! इन्हें तो बचपन से यही सिखाया जाता है कि बड़े होकर किसी अमीर लड़के को फँसाकर शादी कर लो!"

अर्निका ने एक-एक करके सबको देखा, फिर बेहद संयमित स्वर में कहा, "क्या तुम लोगों को अपनी हैसियत और पैसों की इतनी चिंता रहती है कि किसी की काबिलियत को देखने से पहले उसका बैंक बैलेंस चेक करते हो?"




रिया हंसते हुए बोली, "काबिलियत? हाह! स्कॉलरशिप पर पढ़ने वाले लोग काबिल नहीं होते, बल्कि मजबूर होते हैं!"

साइरा ने भी तंज कसते हुए कहा, "और वैसे भी, अगर इतनी ही काबिलियत होती, तो अपनी फीस खुद भर पातीं, न कि किसी की दया पर पढ़तीं!"

अर्निका ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया, "अगर मेहनत से हासिल की गई स्कॉलरशिप को तुम लोग 'दया' कहते हो, तो शायद तुम्हें यह भी समझना चाहिए कि अपनी काबिलियत से कमाई गई इज्जत, खरीदी गई इज्जत से कहीं ज्यादा कीमती होती है।"

ईनाया और विहानी ने गर्व से अर्निका की तरफ देखा, लेकिन साइरा और उसका ग्रुप इस बात से और चिढ़ गया।

रातुल ने ताली बजाते हुए कहा, "वाह, क्या डायलॉग मारा है! लेकिन डायलॉग से असलियत नहीं बदलती।"

अर्निका ने सिर हिलाया और शांत स्वर में बोली, "बिल्कुल सही कहा। इसलिए मैं डायलॉग नहीं मारती, बल्कि अपनी मेहनत से अपनी पहचान बनाती हूँ। तुम लोगों की तरह अपने नाम के आगे सिर्फ अपने पिता का नाम जोड़कर नहीं चलती।"

साइरा का चेहरा गुस्से से तमतमा गया। उसने एक तीखी नजर युगांश की तरफ डाली, जो अब तक खामोशी से सब देख रहा था। लेकिन इस बार उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी—मानो वह अर्निका की बात से प्रभावित हो गया हो।

साइरा ने गुस्से में मुट्ठियाँ भींच लीं और बोली, "अब तो तुझे सबक सिखाना ही पड़ेगा, अर्निका!" वह आगे बढ़ी और बोली, "बहुत हो गई तुम्हारी डायलॉगबाज़ी! अब मैदान में आओ और मुझसे मुकाबला करो।"

अर्निका कुछ कहने ही वाली थी कि ईनाया बोल पड़ी, "इन लोगों को इनकी औकात दिखा दो, क्योंकि कुछ लोग बातों से नहीं, लातों से सबक सीखते हैं!"

अर्निका ने कुछ पल सोचा, फिर बोली, "ठीक है!"

तभी अंशुल और युवराज उन्हें रोकते हुए बोले, "नहीं, अर्निका! तुम्हें इनकी बातों में आने की जरूरत नहीं है!"

अर्निका ने उनकी ओर देखा, फिर हल्की मुस्कान के साथ कहा, "मुझे कुछ नहीं होगा, तुम परेशान मत हो। मुझे उनकी बात मानने की जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को उनकी हद याद दिलाने की जरूरत जरूर होती है।"

साइरा और उसका ग्रुप अब मज़ाकिया हंसी हंस रहे थे।

रिया तंज कसते हुए बोली, "अरे वाह! अब ये लड़की हमें हमारी हद बताएगी? चलो देखते हैं, इसमें कितना दम है!"

युवराज ने अर्निका के पास आकर धीरे से कहा, "देखो, हमें इन बेवकूफी भरी लड़ाइयों में नहीं पड़ना चाहिए। ये लोग सिर्फ तमाशा चाहते हैं।"

अर्निका ने उसकी तरफ देखा और शांत स्वर में बोली, "युवराज, कुछ लोग जब तक जवाबी कार्रवाई न हो, तब तक अपनी हद में रहना नहीं सीखते। और कभी-कभी, सही वक्त पर दिया गया जवाब ही सबसे बड़ा सबक होता है।"

ईनाया मुस्कुराई और बोली, "यही बात! अब देखना, आज इनकी अकड़ कैसे मिटती है!"

साइरा ने हाथ जोड़कर नाटकीय अंदाज में कहा, "तो आखिरकार हमारी 'टॉपर क्वीन' ने मुकाबला करने की ठान ही ली! चलो फिर, देखते हैं तुम सिर्फ किताबों में तेज हो या असल जिंदगी में भी कुछ कर सकती हो!"

अर्निका ने एक लंबी सांस ली और फिर सीधा साइरा की आँखों में देखते हुए बोली, "ठीक है! अगर तुम्हें अपनी हदें समझने के लिए एक चुनौती चाहिए, तो मैं तुम्हें वो भी देने को तैयार हूँ। लेकिन मेरी एक शर्त है। क्या तुम उसे मानने के लिए तैयार हो?"




भीड़ में हलचल बढ़ गई। सभी यह जानने के लिए उत्सुक थे कि अर्निका क्या शर्त रखने वाली है। अब तक चुपचाप खड़ा युगांश भी दिलचस्पी से उसे देखने लगा।

साइरा ने घमंड भरी मुस्कान के साथ कहा, "हां, बताओ तुम्हारी शर्त क्या है?"

अर्निका हल्के से मुस्कुराई और बोली, "अगर मैं जीत गई, तो तुम आज के बाद मुझसे और मेरे दोस्तों से दूर रहोगी और किसी नई स्टूडेंट को परेशान नहीं करोगी।"

साइरा उसकी बात सुनकर ठहाका मारकर हंसी, "ओह, तो अब तुम मुझे सुधारने की कोशिश कर रही हो?"

अर्निका ने शांत स्वर में कहा, "मुकाबला तुम चाहती हो, तो शर्त मेरी होगी। अब फैसला तुम्हें करना है—मानती हो या नहीं?"

भीड़ में हल्की फुसफुसाहट शुरू हो गई। कई लोग अब अर्निका की हिम्मत की सराहना कर रहे थे।

रिया झुंझलाकर बोली, "अरे साई दी, यह लड़की बहुत ज्यादा बोल रही है! जल्दी से इसे सबक सिखाओ!"

साइरा ने आँखें घुमाईं और गहरी साँस लेते हुए कहा, "ठीक है, लेकिन अगर तुम हार गई तो?"

अर्निका आत्मविश्वास से बोली, "अगर मैं हार गई, तो तुम जो कहोगी, वही करूंगी।"

साइरा की आँखों में चमक आ गई। "डील पक्की?" उसने हाथ आगे बढ़ाया।

अर्निका ने बिना हिचकिचाए उसका हाथ थामा और बोली, "डील पक्की!"

भीड़ में उत्सुकता बढ़ गई। युगांश ने दिलचस्पी से अर्निका को देखा, मानो उसके आत्मविश्वास को परख रहा हो।

अंशुल और बाकी दोस्त यह सुनकर चौंक गए। अंशुल तुरंत बोला, "यह पागलपन है! अगर अर्निका हार गई, तो ये लोग उससे कुछ भी करवा सकते हैं!"

ईनाया मुस्कुराई और बोली, "चिंता मत करो, कुकी सब संभाल लेगी।"

बाकी दोस्त हैरानी से उसे देखने लगे। जब उन्होंने 'कुकी' सुना, तो उनके चेहरे पर सवालिया निशान उभर आए।

ईनाया हंसकर बोली, "अर्निका को हम घर में कुकी बुलाते हैं, और हम दोनों कजिन सिस्टर्स हैं।"

यह सुनकर सब चौंक गए। उनके हाव-भाव देखकर ईनाया ने मुस्कुराते हुए कहा...
"क्या हुआ? इतने हैरान क्यों हो रहे हो?"

अंशुल चौंककर बोला, "मतलब तुम दोनों कज़िन्स हो? लेकिन तुम लोगों ने कभी बताया ही नहीं!"

युवराज ने भी हैरानी जताई, "हाँ, तुम दोनों की सरनेम तक अलग है, इसलिए हमें कभी शक भी नहीं हुआ!"

ईनाया ने कंधे उचकाए और कहा, "बात करने लायक कुछ था ही नहीं, और फिलहाल यह ज़्यादा ज़रूरी है कि अब ये लोग क्या करने वाले हैं!"

अर्निका हल्के से मुस्कुराई और बोली, "रिश्तों की बातें बाद में करेंगे, पहले इससे निपट लेते हैं।"

भीड़ अब और ज्यादा उत्साहित थी। युगांश चुपचाप खड़ा था, उसकी आँखों में अर्निका के लिए दिलचस्पी झलक रही थी।

साइरा ने कमर कसते हुए कहा, "बहुत बातें हो गईं, अब असली ताकत दिखाने का वक्त है!"

मुकाबले की तैयारी शुरू हो गई। कुछ लोग साइरा को चीयर कर रहे थे, तो कुछ अर्निका की हिम्मत पर हैरान थे कि वह इतनी आसानी से इस चुनौती के लिए तैयार कैसे हो गई।

रातुल ने घमंड से कहा, "देखना, कुछ ही मिनटों में हमारी साई इसे उसकी औकात दिखा देगी!"

युवराज ने अंशुल से फुसफुसाते हुए कहा, "अर्निका को इतनी जल्दी हामी नहीं भरनी चाहिए थी। मैंने सुना है कि साइरा फाइटिंग में माहिर है, इसलिए ज़्यादातर लोग उससे उलझने से बचते हैं।"

ईनाया ने उनकी बात सुनकर मुस्कुराते हुए कहा, "तुम लोग मेरी कज़िन को नहीं जानते, वह बिना सोचे-समझे कोई फैसला नहीं लेती। बस देखते जाओ!"

साइरा मैदान के बीच में आकर अपनी उंगलियाँ चटकाने लगी। वह पूरी तरह तैयार थी। दूसरी तरफ, अर्निका अब भी शांत खड़ी थी, उसकी आँखों में कोई डर नहीं था।

युगांश ने ध्यान से उसे देखा और मन ही मन सोचा, "इस लड़की में कुछ तो अलग है..."

अर्निका ने बिना कुछ कहे अपना जैकेट उतारा और ईनाया की तरफ उछाल दिया।

जैसे ही जैकेट हटा, उसकी परफेक्ट बॉडी सभी के सामने आ गई। पूरा माहौल अचानक शांत हो गया।

हर कोई हैरानी से उसे देखने लगा, यहाँ तक कि युगांश भी पलक झपकाना भूल गया...




अर्निका ने सभी की नज़रों को नज़रअंदाज़ करते हुए साइरा को इशारा किया, "चलो, मुकाबला शुरू करो।"

साइरा गुस्से में झटके से आगे बढ़ी और अर्निका पर पहला वार करने की कोशिश की—लेकिन उससे पहले ही अर्निका झुककर तेज़ी से एक तरफ हो गई, जिससे साइरा का वार खाली चला गया।

साइरा हैरान रह गई। उसे समझ नहीं आया कि अर्निका इतनी जल्दी कैसे बच गई। भीड़ में हलचल मच गई, और लोग और ज़्यादा ध्यान देने लगे।

गुस्से से दाँत भींचते हुए साइरा बोली, "यह मत समझना कि तुम बच जाओगी!" और इस बार उसने और भी तेज़ी से हमला किया।

लेकिन अर्निका ने फिर से आसानी से खुद को बचा लिया। उसने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "मुझे हराना इतना आसान नहीं है, तुमने गलत लड़की से पंगा लिया है।"

भीड़ में से कुछ लोग हँस पड़े, जिससे साइरा और भड़क गई।

इस बार उसने पूरी ताकत से मुक्का मारने की कोशिश की, लेकिन अर्निका ने बिजली की तेजी से उसका हाथ बीच में ही पकड़ लिया। इससे पहले कि साइरा कुछ समझ पाती, अर्निका ने उसकी गाल पर ज़ोरदार थप्पड़ जड़ दिया।

पूरा मैदान अचानक सन्नाटे में डूब गया। किसी को यकीन नहीं हुआ कि किसी ने साइरा पर हाथ उठाया—वो भी इतनी बेखौफी से!

साइरा की आँखों में पहले हैरानी झलकी, फिर गुस्से से आगबबूला होकर उसने फिर से हमला करने के लिए झपटा, लेकिन इस बार भी अर्निका तैयार थी।

जैसे ही साइरा ने घूंसा मारने की कोशिश की, अर्निका ने उसकी कलाई कसकर पकड़ ली और इतनी तेजी से मोड़ दिया कि साइरा दर्द से चीख उठी। फिर एक झटके में अर्निका ने उसे ज़मीन पर गिरा दिया।

साइरा गुस्से में ज़मीन पर हाथ मारते हुए उठने की कोशिश करने लगी, लेकिन दर्द के कारण उसका संतुलन बिगड़ गया। वह खुद को संभालते हुए अर्निका को किक मारने वाली थी, तभी अर्निका ने उससे पहले ही तेज़ी से एक ज़ोरदार किक जड़ दी।

अर्निका की किक लगते ही साइरा कुछ दूर जाकर गिरी।

भीड़ में हलचल मच गई। पहली बार लोगों ने देखा कि कोई साइरा के साथ इस तरह पेश आ रहा है।




युगांश, जो अब तक बिना किसी भाव के सब देख रहा था, अर्निका की तेज़ चाल देखकर हैरान रह गया। उसे अब यकीन हो गया कि अर्निका बाकी लड़कियों जैसी नहीं है—वो फाइटिंग में ट्रेंड है। उसने नीचे गिरी साइरा की ओर देखा और मन ही मन सोचा, "इस बार इसने गलत लड़की से पंगा ले लिया।"

तभी उसके दोस्त ने हल्की हंसी के साथ कहा, "भाई, ये लड़की तो दिलचस्प लग रही है!" यह सुनकर युगांश के चेहरे पर हल्की मुस्कान आ गई।

साइरा की यह हालत देखकर उसकी दोस्त उसे उठाने के लिए दौड़ीं, लेकिन साइरा ने गुस्से में उनका हाथ झटक दिया। उसकी आँखों में अपमान और गुस्से की लपटें साफ़ दिखाई दे रही थीं। वह तेजी से उठी और अर्निका को घूरते हुए बोली, "मैं तुम्हें इतनी आसानी से नहीं छोड़ने वाली!"

साइरा ने अर्निका पर थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, लेकिन इससे पहले कि उसका हाथ अर्निका तक पहुँचता, अर्निका ने उसकी कलाई पकड़कर एक झटके में रोक दिया। फिर उसने साइरा के बाल पकड़कर ज़ोरदार थप्पड़ों की बारिश कर दी और आखिर में उसे धक्का देकर उसकी सहेलियों की ओर फेंक दिया।

अर्निका ने कड़े लहज़े में कहा, "तुम यह मुकाबला हार चुकी हो। आगे से मुझसे या किसी और से पंगा लेने की गलती मत करना। समझी?"

इतना कहकर वह मुड़ने ही वाली थी कि तभी साइरा का दोस्त रातुल गुस्से में उसकी तरफ बढ़ा और चिल्लाया, "तूने साइरा को मारा? अब तुझे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा!"

उसने अर्निका पर हमला करने के लिए हाथ उठाया, लेकिन इससे पहले कि वह अर्निका को छू भी पाता, अर्निका ने तेजी से एक ज़ोरदार किक मारी।

रातुल को इस प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी। उसकी आँखें चौड़ी हो गईं, लेकिन तब तक अर्निका की किक उसके पेट पर लग चुकी थी। वह ज़ोर से पीछे गिर पड़ा।

भीड़ में हलचल मच गई। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि एक लड़की ने इस तरह एक लड़के को गिरा दिया!

रातुल को हमला करता देख युगांश एक पल के लिए आगे बढ़ने ही वाला था, लेकिन अर्निका की फुर्ती देख वह रुक गया।

अर्निका की दोस्त घबरा गई थीं, लेकिन इनाया शांत थी। उसने सिटी बजाते हुए मुस्कराकर कहा, "कुकी, इन लोगों को ऐसा सबक सिखाओ कि ये दोबारा किसी को परेशान करने की हिम्मत न करें!"



साइरा, जो पहले ही अपमान सह चुकी थी, गुस्से से तिलमिला उठी। उसने अर्निका को घूरते हुए कहा, "तू खुद को क्या समझती है? बस दो-चार मूव्स आ गए तो हमें हरा देगी?"

अर्निका ने बिना पलक झपकाए उसकी तरफ देखा, फिर आगे बढ़ते हुए ठंडे लहज़े में बोली, "अब तुम्हें दिखाती हूँ कि मैं क्या कर सकती हूँ!"

इतना कहकर उसने साइरा के बाल पकड़कर उसे उठाया और ज़ोरदार थप्पड़ जड़ दिया। फिर उसने साइरा की दोस्तों को भी निशाना बनाया—जो जहाँ खड़ी थी, वहीं उसकी मार पड़ रही थी।

यह देख रिया चुपचाप वहाँ से खिसक गई, उसे पता था कि इस झगड़े में फँसने का मतलब है मुफ्त की मार खाना।

जब अर्निका ने सभी को सबक सिखा दिया, तो उसने कड़े लहज़े में कहा, "अगर मैंने तुम्हें दोबारा यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी को परेशान करते या रैगिंग करते देखा, तो अंजाम इससे भी बुरा होगा!"

इसके बाद वह बिना कुछ और कहे अपनी दोस्तों के पास लौट गई।

उधर, वहाँ मौजूद सभी नए स्टूडेंट्स यह देखकर खुश हो गए। जो लोग अब तक साइरा और उसके ग्रुप से डरते थे, वे राहत की सांस ले रहे थे। सबकी आँखों में अब अर्निका के लिए इज्जत थी।

जब अर्निका अपने दोस्तों के पास पहुँची, तो सभी ने उसकी तारीफ करनी शुरू कर दी।

उसकी तारीफ सुनकर अर्निका ने हाथ हिलाते हुए कहा, "तारीफ बाद में करना, पहले क्लास चलो! इन लोगों की वजह से पहले ही काफी लेट हो चुके हैं। क्लास तो अब तक शुरू भी हो गई होगी!"

यह सुनकर अंशुल मुस्कुराया और बोला, "कोई क्लास शुरू नहीं हुई होगी, क्योंकि पूरी क्लास तो यहाँ खड़ी है!"

फिर उसने घुरके एक कोने की ओर इशारा किया। अर्निका ने नज़र घुमाई तो देखा—उनकी क्लास के सभी स्टूडेंट्स अपने कोट पहने वहाँ खड़े थे।

MBBS बैच में कुल 50 सीटें थीं, और सभी स्टूडेंट्स वहीं मौजूद थे।




अर्निका ने जब देखा कि उनकी पूरी क्लास वहाँ खड़ी थी, तो हल्का मुस्कुराई और बोली, "चलो, अब यहाँ से निकलते हैं।"

इतना कहते ही उसने ईनाया से अपनी जैकेट ली और क्लास की ओर बढ़ने लगी।

युगांश ने भी अर्निका को देखते हुए हल्की मुस्कान दी और फिर अपने दोस्तों के साथ वहाँ से चला गया। लेकिन यह देख साइरा की आँखों में जलन और गुस्से की लपटें और तेज़ हो गईं। उसने जबड़े भींच लिए और मुट्ठियाँ कस लीं। आज पहली बार युगांश ने किसी लड़की में इतनी दिलचस्पी दिखाई थी—और वो लड़की साइरा नहीं, बल्कि अर्निका थी!

साइरा और उसकी दोस्त जमीन से उठने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन चोट की वजह से वे ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थीं। उनकी क्लास के कुछ स्टूडेंट्स आगे बढ़े और उन्हें यूनिवर्सिटी के हॉस्पिटल ले गए।

डीन की नज़रें अर्निका पर

उधर, डीन अपने केबिन से नीचे हो रहे तमाशे को देख रही थी। जब उसने देखा कि कुछ लोग अर्निका को निशाना बना रहे थे, तो तुरंत अपनी असिस्टेंट को आदेश दिया, "जाओ, अर्निका की मदद करो, कहीं उसे कोई नुकसान न हो!"

लेकिन इससे पहले कि असिस्टेंट कुछ कर पाती, उसने देखा कि अर्निका अकेले ही उन लोगों की बैंड बजा रही थी! यह देखकर असिस्टेंट की आँखें चौड़ी हो गईं।

असिस्टेंट ने जोश में कहा, "सर, यह लड़की तो कमाल की है! इन लोगों को आज तक कोई कुछ नहीं कह पाया था, लेकिन इसने तो इनकी हालत खराब कर दी!"

वह यह भी भूल गई कि उसके ठीक बगल में डीन खड़ी थी!

डीन ने उसकी उत्साहित प्रतिक्रिया देखी और हल्की मुस्कान के साथ कहा, "सच में, यह लड़की बाकी सबसे अलग है... मुझे लगता है, यह पूरे कॉलेज का माहौल बदल सकती है।"

फिर उसने गंभीर स्वर में जोड़ा, "लेकिन तुम्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि तुम कहां खड़ी हो।"

डीन की बात सुनकर असिस्टेंट झेंप गई और सिर झुकाते हुए बोली, "सॉरी, सर! मैं बस अर्निका की हिम्मत देखकर थोड़ा जोश में आ गई थी।"

डीन ने हल्का सिर हिलाया और गंभीर स्वर में कहा, "जोश ठीक है, लेकिन हमें अपनी प्रोफेशनल सीमाएं नहीं भूलनी चाहिए। हाँ, यह लड़की खास जरूर है... और शायद यह पूरे कॉलेज का माहौल बदलकर रख देगी।"



असिस्टेंट ने सहमति में सिर हिलाया और कहा, "सर, मुझे लगता है कि अर्निका पहली लड़की है जो साइरा और उसके ग्रुप के खिलाफ खड़ी हुई है। लेकिन इसका असर जरूर होगा... ये बात अब उसकी कानों तक जरूर पहुँचेगी, और उसके बाद..."

थोड़ा रुककर उसने चिंतित स्वर में कहा, "आप तो जानते ही हैं, सर... वो लड़की अपने ऊपर किसी को कुछ नहीं समझती। क्या हमें कुछ करना चाहिए?"

डीन कुछ सेकंड तक गहरी सोच में डूबे रहे, फिर गंभीर लहजे में बोले, "अभी नहीं। हमें बस स्थिति पर नजर रखनी होगी। अगर कुछ गलत हुआ, तो मैं खुद दखल दूंगा। लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि अर्निका अपनी लड़ाई खुद लड़ सकती है।"

डीन की बात सुनकर असिस्टेंट ने हामी भरी और फिर अपने काम में लग गई।




आगे किया होगा जानने के लिये मेरी कहानी रूह से रूह तक पढ़ते रहिए 

अगर कहीं कोई गलती हो गई हो, तो मुझे माफ कर दीजिएगा।

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