जैसे-जैसे अर्निका की कार हाईवे पर आगे बढ़ रही थी, उसे एक अजीब सा एहसास हुआ। उसने रियरव्यू मिरर में देखा और मन ही मन सोचने लगी, "कोई हमारी गाड़ी को फॉलो कर रहा है?"
इनाया अब भी म्यूजिक में खोई हुई थी, लेकिन सान्या ने अर्निका के चेहरे के बदलते हाव-भाव देख लिए।
"क्या हुआ, कुकी?" सान्या ने चिंतित स्वर में पूछा।
अर्निका ने बिना घबराए गाड़ी की स्पीड हल्की तेज़ कर दी और धीमे से बोली, "मुझे लगता है, कोई हमें फॉलो कर रहा है। मैं काफी देर से देख रही हूँ, दो गाड़ियाँ हमारी कार के पीछे बनी हुई हैं।"
सान्या चौंक गई, "क्या? तुम पक्के तौर पर कह सकती हो?"
अर्निका ने एक बार फिर शीशे में देखा—वो दोनों गाड़ियाँ दूरी बनाकर उनका पीछा कर रही थीं।
"हाँ, और अब मुझे यह जानना है कि ये लोग कौन हैं।"
अब तक मस्ती में डूबी इनाया भी सतर्क हो गई, "मतलब, कोई हमें ट्रैक कर रहा है? क्या छोटे मामू के लोग हो सकते हैं?"
अर्निका ने हल्की सी मुस्कान के साथ ठंडी आवाज़ में कहा, "शायद, लेकिन पहले यह कन्फर्म कर लेते हैं।"
इतना कहते ही उसने अचानक कार की स्पीड कम कर दी, जिससे पीछा कर रही गाड़ियों को रिएक्ट करने का मौका ही नहीं मिला।
पीछे चल रही गाड़ियाँ भी धीमी हो गईं।
अब किसी शक की गुंजाइश नहीं थी—कोई सच में उनका पीछा कर रहा था।
"ये लोग कौन हैं और हमारे पीछे क्यों लगे हैं?" सान्या ने चिंतित होकर पूछा।
अर्निका ने तेज़ी से एक मोड़ लिया और मुस्कुराते हुए बोली, "अब इन्हें थोड़ा खेल दिखाते हैं!"
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दूसरी ओर…
अनिरुद्ध के लोगों ने फोन पर रिपोर्ट दी, "सर, मैडम को शक हो गया है। उन्होंने गाड़ी की स्पीड कम करके हमें परखा और अब तेज़ ड्राइव कर रही हैं।"
दिलीप ने ठंडी सांस लेते हुए कहा, "मैंने कहा था ना, लाड़ो इतनी आसानी से बेवकूफ नहीं बनती!"
अनिरुद्ध हल्का मुस्कुराए और बोले, "ये लड़की भी ना… हमेशा अपनी ही चाल चलती है!"
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इधर, अर्निका ने कार की स्पीड बढ़ाते हुए मन ही मन सोचा, "पापा, आपको पता है कि मैं किसी की पकड़ में नहीं आती, फिर भी आप बार-बार अपने 'खास लोगों' को मेरे पीछे भेज देते हैं! मुझे आपकी फिक्र समझ में आती है, लेकिन मुझे आज़ादी पसंद है। इसलिए… माफ करना, पापा, अब मैं इन्हें चकमा देने वाली हूँ!"
उसने अपनी बहनों की तरफ देखा और कहा, "सीट बेल्ट कसकर बांध लो, मैं स्पीड बढ़ाने वाली हूँ!"
इनाया और सान्या ने फौरन सीट बेल्ट टाइट कर लीं।
"कुकी, थोड़ा आराम से!" इनाया ने हल्का डरते हुए कहा।
अर्निका ने एक शरारती मुस्कान के साथ जवाब दिया, "डरो मत, बस मज़ा लो!"
अर्निका ने अचानक एक झटका दिया और गाड़ी की स्पीड तेज़ कर दी। हाईवे पर उनकी कार अब इतनी तेज़ दौड़ रही थी कि पीछा करने वालों के लिए उसे पकड़ना मुश्किल हो गया।
पीछे वाली गाड़ियाँ भी अब समझ गई थीं कि अर्निका जानबूझकर उन्हें चकमा दे रही है।
"अब क्या करोगी? अगर ये पापा के लोग हैं, तो बाद में डांट पक्की है!" सान्या ने घबराकर कहा।
अर्निका हल्का हंसी और बोली, "पहले पीछा छुड़ाते हैं, डांट की फिक्र बाद में करेंगे!"
तभी सामने एक दोराहे पर सड़क दो हिस्सों में बंट रही थी।
अर्निका ने बिना समय गंवाए दाईं ओर गाड़ी घुमा दी, जिससे पीछा करने वाले एक पल के लिए भटक गए।
इनाया ने हैरानी से कहा, "तुम्हें सच में ड्राइविंग का जादू आता है!"
अर्निका ने मजाकिया अंदाज़ में जवाब दिया, "सिर्फ ड्राइविंग ही नहीं, पीछा छुड़ाने की कला भी!"
अब वे एक कम ट्रैफिक वाले रास्ते पर थीं। पीछा करने वालों को चकमा देने के बाद अर्निका ने कार की स्पीड नॉर्मल कर दी।
"चलो, अब आराम से पार्टी में एंट्री करेंगे!" सान्या ने राहत की सांस ली।
इनाया ने हंसते हुए कहा, "हाँ, लेकिन पापा को क्या जवाब देंगे?"
अर्निका ने कंधे उचकाए और मुस्कुराकर बोली, "कुछ नहीं! बस कह देंगे—जब आपको सब पता होता है, फिर हर बार लोगों को पीछे क्यों भेजते हैं?"
तीनों हंस पड़ीं।
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दूसरी ओर…
पीछा कर रहे गार्ड जब कार को ओझल होते देख नाकाम महसूस करने लगे, तो उन्होंने गाड़ी रोक दी और बाहर निकल आए।
एक गार्ड झुंझलाकर बोला, "छोटी मैडम हर बार हमें चकमा दे देती हैं! जितनी बार सर ने हमें उनके पीछे भेजा, उतनी बार हम रास्ते में ही भटक गए और फिर जाकर डांट खाई!"
उनका लीडर गहरी सांस लेते हुए बोला, "ये त्रिपाठी खानदान की सबसे होशियार लड़की है, इसे पकड़ना आसान नहीं!"
दूसरे गार्ड ने चिंतित होकर पूछा, "अब क्या करें? सर को क्या जवाब देंगे?"
लीडर ने कुछ देर सोचा, फिर बोला, "झूठ नहीं बोल सकते, लेकिन यह बताने की जरूरत नहीं कि उसने हमें चकमा दे दिया। बस कह देंगे कि सब ठीक है और मैडम सेफली पार्टी में पहुंच गईं।"
बाकी गार्ड्स ने सहमति में सिर हिलाया और वापस लौटने का फैसला किया।
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दूसरी ओर…
तीनों बहनें अब पार्टी वेन्यू के पास पहुंच चुकी थीं।
इनाया ने खिड़की से बाहर झांकते हुए कहा, "वाह! कितना शानदार लग रहा है यह रिसॉर्ट!"
फिर वोह उत्साहित होकर कहा, "अब असली मस्ती शुरू होगी!"
अर्निका ने गाड़ी पार्क करते हुए चेतावनी दी, "याद रखना, मस्ती के साथ-साथ होशियार भी रहना!"
इनाया ने आंखें घुमाकर कहा, "हाँ, हाँ! हमारी 'सावधानी मंत्री' हमेशा अलर्ट रहती है!"
तीनों कार से उतरीं और एंट्रेंस की ओर बढ़ीं।
पार्टी हॉल में घुसते ही वहां का तेज़ म्यूजिक और रौनक़ महसूस हुई।
जैसे ही वे हॉल में दाखिल हुईं, सबकी निगाहें उन पर टिक गईं।
अर्निका की दमदार पर्सनैलिटी, इनाया की चुलबुली एनर्जी और सान्या की मासूमियत—तीनों को देखकर लोग वाह-वाह करने लगे, जबकि कुछ लड़कियाँ जलन से देखने लगीं, खासकर अर्निका को।
तभी...
एक जाना-पहचाना चेहरा उनकी ओर बढ़ा।
"तो आखिरकार तुम लोग आ ही गए!"
मनन की आवाज़ सुनकर अर्निका और सान्या मुस्कुरा उठीं।
"मनन! तुम यहाँ?" सान्या ने हैरानी से पूछा।
मनन ने हंसते हुए कहा, "अरे भई, इतनी बड़ी पार्टी हो और मैं न आऊं, ऐसा हो सकता है क्या?"
इनाया ने शरारती अंदाज़ में कहा, "मतलब यहाँ भी हमारी जासूसी करने आए हो?"
मनन ने हाथ उठाकर मजाक में कहा, "बिल्कुल नहीं! मैं तो बस एंजॉय करने आया था, लेकिन तुम लोग दिख गए तो ग्रीट कर लिया!"
अर्निका हल्का मुस्कुराई और बोली, "चलो, अच्छा हुआ तू आ गया। कल तो कहा था कि नहीं आएगा!"
मनन ने सिर खुजलाते हुए कहा, "हाँ, सोचा था नहीं आऊँगा, लेकिन फिर सोचा तुम लोगों से मिल लूँ। आखिर कल से हम सब अपनी-अपनी पढ़ाई के लिए अलग-अलग शहर जाने वाले हैं।"
तभी उनकी एक क्लासमेट पास आई और तंज कसते हुए बोली, "हाँ, लेकिन हमारी किस्मत तुम लोगों जैसी नहीं है! एंट्रेंस एग्जाम में फर्स्ट और सेकंड आकर स्कॉलरशिप भी ले उड़ीं!"
लड़की की आवाज़ में हल्की जलन थी, लेकिन मुस्कान अब भी बनी हुई थी।
अर्निका और इनाया ने एक-दूसरे को देखा और मुस्कुरा दीं।
"अरे, इसमें किस्मत कहां से आ गई? मेहनत की थी, तो अच्छा रिजल्ट मिला!" अर्निका ने सहजता से जवाब दिया।
इनाया ने मजाकिया अंदाज में जोड़ा, "और अगर सबकुछ किस्मत से ही मिलता, तो मेहनत करने की जरूरत ही क्या थी?"
लड़की हल्के से हंसी और बोली, "सही कह रही हो, लेकिन तुम दोनों के नाम हमेशा टॉप पर रहते हैं, तो जलन तो होगी ही!"
अर्निका ने हल्के अंदाज में कहा, "जेलस मत हो, इंस्पायर हो जाओ!"
तभी म्यूजिक हल्का हुआ, और अनाउंसमेंट गूंजी—
"सभी लोग डांस फ्लोर की ओर आएं! अब वक्त है सबसे धमाकेदार डांस बैटल का!"
भीड़ में हलचल मच गई। कुछ लोग उत्साहित हो गए, तो कुछ झिझकने लगे।
इनाया तुरंत उछल पड़ी, "येस! अब असली मज़ा आएगा!"
सान्या मुस्कुराकर बोली, "अब तो तू रुकेगी नहीं!"
"अब तो डांस फ्लोर पर धमाल मचाना पड़ेगा!" मनन ने जोश में कहा।
इसके बाद इनाया और मनन डांस फ्लोर की ओर बढ़ गए, जबकि अर्निका और सान्या एक कोने में बैठकर सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने लगीं।
पार्टी पूरे जोश पर थी। सब मस्ती में डूबे हुए थे।
जब डांस खत्म हुआ, तभी एक लड़का अर्निका की ओर बढ़ा और बोला—
"हमारी क्लास की... सॉरी, हमारी स्कूल की सबसे खूबसूरत लड़की, मिस अर्निका त्रिपाठी! क्या आप आज आखिरी बार अपनी मीठी आवाज़ में हमें एक गाना सुना सकती हैं? पता नहीं, इसके बाद फिर कब आपकी आवाज़ सुनने का मौका मिले!"
तभी मनन स्टेज पर आ गया और बोला—
"बिल्कुल सही कहा! अर्निका की आवाज़ हमेशा से सबकी फेवरेट रही है, और अगर आज इस पार्टी में उसने गाना नहीं गाया, तो मज़ा अधूरा रह जाएगा!"
मनन की बात सुनते ही भीड़ जोश में आ गई। सबने तालियां बजाते हुए एक साथ नारा लगाया—
"अर्निका! अर्निका! अर्निका!"
अर्निका ने हल्की मुस्कान दी, लेकिन उसके चेहरे पर झिझक झलक रही थी। उसने इनाया और सान्या की ओर देखा।
इनाया ने तुरंत उसका हाथ पकड़ लिया और बोली, "डोंट यू डेयर मना मत करना! तू गाए बिना नहीं जाने वाली!"
सान्या ने भी मुस्कुराते हुए कहा, "हम सब जानते हैं कि तू कितना अच्छा गाती है, और तुझे खुद भी गाना पसंद है। तो फिर इंतज़ार किस बात का?"
भीड़ का जोश और अपनी बहनों का सपोर्ट देखकर अर्निका ने आखिरकार हामी भर दी।
वह स्टेज पर गई, तो मनन एक गिटार लाकर उसके हाथ में थमा दिया और माइक आगे बढ़ा दिया।
जैसे ही अर्निका ने गिटार पर उंगलियां फेरीं, पूरा हॉल शांत हो गया।
"ठीक है, अगर आप सब इतना कह रहे हैं, तो आखिरी बार… यह गाना मेरी ओर से।"
उसने हल्के सुर छेड़े, और उसकी जादुई आवाज़ पूरे हॉल में गूंज उठी।
अर्निका की आवाज़ में एक अलग ही कशिश थी, जो लोगों को अपनी ओर खींच रही थी। कुछ लोग आंखें बंद कर इस मधुर संगीत का आनंद लेने लगे, तो कुछ धीरे-धीरे बीट्स पर झूमने लगे।
इनाया और सान्या एक-दूसरे की ओर देखकर मुस्कुराईं।
"हमारी कुकी की आवाज़ में जादू है," सान्या ने फुसफुसाते हुए कहा।
इनाया ने गर्व से सिर हिलाया, "हम जानते हैं!"
उसी वक्त, रिज़ॉर्ट के एक कॉन्फ्रेंस रूम में मीटिंग चल रही थी। अचानक, वहाँ बैठे लोगों के कानों में यह मीठी आवाज़ पड़ी। किसी ने देखा कि खिड़की खुली थी, जिससे संगीत अंदर आ रहा था।
एक आदमी खिड़की बंद करने के लिए बढ़ा, लेकिन तभी एक गहरी, रौबदार आवाज़ गूंजी—
"उसे खुला रहने दो।"
उसके स्वर में ऐसा असर था कि किसी की हिम्मत नहीं हुई खिड़की बंद करने की।
आवाज़ सुनकर उस व्यक्ति ने आंखें बंद कर लीं, मानो संगीत की हर धुन को महसूस कर रहा हो।
कुछ ही देर बाद, जैसे ही गाना खत्म हुआ, पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
मनन ने माइक उठाकर कहा, "वाह! यही वजह है कि हम तुम्हें हमारी 'रॉकस्टार क्वीन' कहते हैं!"
अर्निका मुस्कुराई और सबको धन्यवाद कहते हुए स्टेज से उतर आई।
नीचे आकर वह अपनी बहनों के पास बैठ गई, और पार्टी फिर से अपने चरम पर पहुंच गई।
डांस फ्लोर पर लोग फिर से थिरकने लगे, और हर तरफ हंसी-मज़ाक का दौर चल पड़ा।
इनाया और सान्या ने अर्निका को हल्के से छेड़ते हुए कहा, "कुकी, अब तो तुम फेमस हो गईं! देखो, सबकी नजरें बस तुम पर ही हैं!"
अर्निका ने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया, "अच्छा, अब ज्यादा मत चिढ़ाओ, और चलो कुछ खाने लेते हैं।"
तीनों बहनें फूड सेक्शन की ओर बढ़ गईं।
जैसे ही वे वहां पहुंचीं, इनाया खुशी से उछल पड़ी—
"वाह! इतना सारा टेस्टी फूड!" उसकी आँखें चमक उठीं।
उसने झट से एक प्लेट उठाई और अपने पसंदीदा स्नैक्स लेने लगी।
सान्या हंसते हुए बोली, "बस, इनाया को अच्छा खाना मिल जाए, फिर इसे दुनिया में और किसी चीज़ की जरूरत नहीं!"
अर्निका ने मुस्कुराते हुए कहा, "सच में, कभी-कभी लगता है कि तुम सिर्फ खाने के लिए पार्टी में आती हो।"
इनाया ने शरारती अंदाज़ में जवाब दिया, "तो इसमें बुरा क्या है? अच्छे खाने की कद्र करनी चाहिए!"
तीनों हंस पड़ीं और अपनी-अपनी प्लेट लेकर बैठ गईं।
तभी…
पीछे से एक तंज भरी आवाज़ आई—
"तो, अर्निका त्रिपाठी यहाँ मज़े कर रही हैं?"
तीनों ने सिर उठाकर देखा। सामने खड़ी थी रिया मल्होत्रा, जो हमेशा अर्निका को चैलेंज करने की कोशिश करती थी। उसके साथ उसकी वही दोस्त थीं, जो हर वक्त उसकी हां में हां मिलाती थीं।
सान्या ने धीरे से फुसफुसाया, "लो, आ गई नेगेटिव एनर्जी!"
इनाया ने नकली मुस्कान के साथ कहा, "हाँ, और तुम? लगता है तुम्हें जलन हो रही है कि यहाँ भी तुम्हें ज्यादा नोटिस नहीं किया गया?"
रिया ने भौंहें चढ़ाते हुए व्यंग्य से कहा, "अर्निका, सुना है तुमने स्टेज पर गाना गाया? पहले तो तुम ऐसे पब्लिक परफॉर्मेंस नहीं देती थीं?"
अर्निका ने शांत स्वर में जवाब दिया, "जब दिल करे, तब कर सकती हूँ। और इसके लिए मुझे तुम्हारी परमिशन की जरूरत नहीं। मेरा जो मन होगा, मैं वही करूंगी।"
रिया ने उसे और चिढ़ाने के लिए कहा, "अच्छा, वैसे सुना है कि तुमने अपनी फैमिली बैकग्राउंड की वजह से एंट्रेंस एग्जाम में टॉप किया, असली टैलेंट से नहीं!"
अर्निका के चेहरे पर हल्की नाराजगी आई, लेकिन उसने खुद को शांत रखते हुए जवाब दिया, "मुझे अपनी काबिलियत साबित करने की जरूरत नहीं। लेकिन अगर तुम्हें शक है, तो तुमने खुद एंट्रेंस एग्जाम क्यों नहीं दिया?"
इनाया तुरंत बोल पड़ी, "अरे, तुम किससे उम्मीद कर रही हो? जिसे मेकअप और अमीर लड़कों को पटाने के अलावा कुछ आता नहीं, वो एग्जाम क्या देगी?"
रिया गुस्से में बोली, "तुम लोग खुद को समझते क्या हो?"
इनाया ने हंसते हुए जवाब दिया, "अरे, ये भी कोई पूछने की बात है? मैं तो खुद को राजकुमारी समझती हूँ!"
रिया ने तुनककर कहा, "हाँ! और तुम्हारे जैसी लड़कियाँ मेरी बराबरी करने के लायक भी नहीं!"
इनाया ने नकली हैरानी जताते हुए कहा, "ओह! तो हमारी रिया मैडम खुद को राजकुमारी समझती हैं? लेकिन अफसोस, इस कहानी में कोई राजकुमार नहीं जो तुम्हें बचाने आए!"
अर्निका ने भी मज़ाक में जोड़ा, "और ना ही कोई किंगडम, जहाँ ये अपनी मनमानी कर सके!"
रिया गुस्से में तिलमिला उठी, "तुम लोग अपनी औकात में रहो! मैं तुम जैसी बदतमीज़ लड़कियों से बात भी नहीं करना चाहती!"
यह सुन अर्निका आगे बढ़ी। उसकी आवाज़ बेहद ठंडी और सधी हुई थी—
"रिया, औकात पैसे से नहीं, काबिलियत से तय होती है। और जहां तक तुम्हारी सोच का सवाल है, वो तुम्हारी अमीरी से भी ज्यादा छोटी है। और हाँ, ये मत भूलो कि तुम किस खानदान की बेटियों से बात कर रही हो।"
रिया ने गुस्से में पैर पटका और बोली, "देख लेना, बहुत जल्द तुम्हें अपनी असली जगह पता चल जाएगी!"
इतना कहकर वह वहाँ से चली गई।
पार्टी का माहौल फिर से हल्का हुआ।
इनाया ने आंखें घुमाते हुए कहा, "ये लड़की कभी नहीं सुधरेगी!"
अर्निका हल्के से मुस्कुराई, "कोई बात नहीं, हमें उसकी बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।"
सान्या ने हंसते हुए कहा, "चलो, अब कुछ खाने चलते हैं, वरना इनाया का मूड और खराब हो जाएगा!"
तीनों बहनें हंस पड़ीं और अपनी प्लेट लेकर बैठ गईं। वे दोस्तों के साथ मस्ती करने लगीं, पुराने किस्से दोहराए, हंसी-ठिठोली की और वक्त का पता ही नहीं चला।
लेकिन जैसे-जैसे रात गहराने लगी, एक अजीब सा सन्नाटा छाने लगा।
आज के बाद सबकी राहें अलग हो रही थीं।
मनन ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "यार, यकीन नहीं हो रहा कि अब हम हर दिन यूं साथ नहीं होंगे।"
इनाया, जो हमेशा मज़ाक करती थी, इस बार सच में भावुक हो गई। उसने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "मैं ये सब बहुत मिस करूंगी—हमारी नोकझोंक, क्लास बंक करना, कैंटीन की मस्ती... ये सारे पागलपन!"
भूमि, जो बहुत प्यारी और समझदार थी, हल्की मुस्कान के साथ बोली, "यादें बन जाएंगी, लेकिन हमारी दोस्ती नहीं बदलेगी।"
अर्निका, जो हमेशा खुद को मजबूत दिखाती थी, उसकी आँखों में भी हल्की नमी थी। उसने अपनी पूरी क्लास को देखते हुए कहा, "हम चाहे कहीं भी रहें, हमारी ज़िंदगी कैसी भी हो, लेकिन हमारी यह दोस्ती कभी खत्म नहीं होगी। मैं सच में तुम सबको बहुत मिस करूंगी।"
सभी दोस्त एक-दूसरे को गले लगाने लगे।
तभी मनन ने माहौल हल्का करने के लिए कहा, "चलो, एक सेल्फी लेते हैं! ताकि जब कोई हमसे ज्यादा स्मार्ट बनने लगे, तो ये तस्वीर दिखाकर याद दिलाएं कि असली स्टार्स हम हैं!"
सब हंस पड़े और एक खूबसूरत ग्रुप फोटो ली गई—एक ऐसी तस्वीर जो हमेशा उनकी दोस्ती की याद दिलाएगी।
धीरे-धीरे सबने एक-दूसरे को गले लगाया, विदा ली, और अपनी-अपनी राहों की ओर बढ़ गए।
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लौटते समय...
अर्निका अपनी बहनों के साथ कार में बैठ गई। जैसे ही वे रिज़ॉर्ट से निकले, सान्या ने घड़ी देखी और हैरानी से कहा, "अरे! रात के 1 बजने वाले हैं! हमें पता ही नहीं चला!"
इनाया ने शरारती अंदाज में जवाब दिया, "तो क्या? क्या तुम्हें डर लग रहा है?"
सान्या मुस्कुराई, "डर और मैं? कभी नहीं!"
इनाया ने हल्का म्यूजिक चला दिया, और तीनों हंसी-मजाक करते हुए रास्ते पर बढ़ने लगे।
वोह लोग आधे रास्ते पर उन्होंने देखा कि आगे 3-4 गाड़ियाँ दुर्घटनाग्रस्त पड़ी थीं। सड़क पर एक अजीब-सी खामोशी थी।
इनाया चौक गई, "कुकी, ये क्या हो सकता है?"
सान्या गंभीर हो गई, "रुकने की जरूरत नहीं है। हो सकता है कुछ गलत हो रहा हो। हमें साइड से निकल जाना चाहिए।"
अर्निका ने सहमति में सिर हिलाया और कार को धीरे-धीरे आगे बढ़ाने लगी। लेकिन तभी, उसकी नजर एक कार पर पड़ी, जिसमें एक लड़का बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। लेकिन कार पलटी हुई थी, और वह ज़ख्मी था, इसलिए बाहर नहीं आ पा रहा था।
अर्निका तुरंत समझ गई कि यहाँ सच में एक्सीडेंट हुआ है। उसने कार को आगे ले जाकर रोक दिया और इनाया से कहा, "हमें मदद करनी चाहिए!"
इनाया हिचकिचाई, "मुझे नहीं लगता कि हमें रुकना चाहिए... ये हमारे लिए खतरनाक हो सकता है!"
लेकिन अर्निका नहीं मानी। मजबूर होकर इनाया को भी कार से उतरना पड़ा।
दोनों धीरे-धीरे दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की ओर बढ़ीं। जैसे ही उन्होंने आसपास देखा, उनके होश उड़ गए—यह सिर्फ एक एक्सीडेंट नहीं था, बल्कि इन गाड़ियों पर किसी ने हमला किया था!
कुछ कारें पूरी तरह जल चुकी थीं। अगर उनमें कोई था, तो अब वह बचा नहीं होगा।
तभी, उनकी नजर उस लड़के पर गई, जो अभी भी कार से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था।
दोनों डरते-डरते उसके पास गईं और दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगीं।
रात में अचानक दो लड़कियों को देखकर लड़का पहले थोड़ा घबरा गया, लेकिन इस वक्त उसके लिए सबसे जरूरी था कार से बाहर निकलना।
काफी कोशिशों के बाद, अर्निका और इनाया ने कार का दरवाजा खोला और उसे बाहर निकाला।
वह पहले से ही घायल था, लेकिन किसी तरह खड़ा हो पाया। उसकी साँसें तेज चल रही थीं, और उसने कांपती आवाज़ में कहा, "प्लीज़... मेरे भाई को बचा लो... उसे गोली लगी है! वह बहुत ज़्यादा घायल है!"
यह सुनते ही दोनों ने कार के पीछे देखा।
तो एक लड़का ... जख्मी हालत में था ।
लड़का बुरी तरह घायल था, खून से लथपथ। इसे देखते ही इनाया ने चिंतित होकर कहा, "कुकी, यह मामला जितना दिख रहा है, उससे ज्यादा खतरनाक लग रहा है…"
लेकिन अर्निका ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया और तुरंत घायल लड़के को कार से बाहर निकालने की कोशिश करने लगी। लड़का भी अपने भाई को बचाने के लिए उसके साथ सहयोग करने लगा। इनाया ने गंभीर लहजे में कहा, "तुम्हें चोट लगी है, साइड में खड़ी हो जाओ, मैं कुकी की मदद करती हूं।"
कुछ देर की कोशिश के बाद वे लड़के को बाहर निकालने में सफल हुए। जैसे ही उसे बाहर लाया गया, देखा कि उसकी शर्ट खून से भीग चुकी थी। अर्निका और इनाया ने उसे सहारा देकर सड़क के किनारे बैठाया। उसका भाई तुरंत उसे गले लगा लिया।
"भाई, तुम ठीक हो?" जख्मी लड़के ने कमजोर आवाज़ में पूछा।
"हाँ, मैं ठीक हूँ," छोटे भाई ने जवाब दिया।
"तुम दोनों को तुरंत मेडिकल हेल्प की जरूरत है!" अर्निका ने गंभीरता से कहा।
इनाया ने झट से फोन निकाला और एंबुलेंस बुलाने के लिए नंबर डायल किया, लेकिन नेटवर्क नहीं था।
"यहां सिग्नल नहीं आ रहा!" उसने झुंझलाकर कहा।
तभी सान्या गाड़ी से पानी की बोतल निकाल लाई और उन्हें दी। अर्निका ने प्रस्ताव रखा, "आप हमारे साथ चलिए, हम आपको अस्पताल ले चलेंगे। लेकिन पहले यह बताइए, क्या आप लोगों पर हमला हुआ था?"
लड़के के भाई ने सिर हिलाते हुए कहा, "हाँ, हम एक मीटिंग से लौट रहे थे, तभी किसी ने हम पर हमला कर दिया।"
यह सुनकर सान्या ने अर्निका की ओर देखा। अर्निका ने उसकी आँखों में झाँका और हल्के से सिर हिलाया, जैसे कह रही हो— "यह मामला गंभीर है।"
इनाया ने धीरे से फुसफुसाया, "क्या हमें सीधे अस्पताल जाना चाहिए? अगर इन्हें सच में टारगेट किया गया है, तो क्या हम भी खतरे में आ सकते हैं?"
अर्निका ने गहरी सांस ली और घायल लड़कों की ओर देखा।
"हम इन्हें ऐसे नहीं छोड़ सकते," उसने दृढ़ता से कहा। "पहले इन्हें किसी सुरक्षित जगह ले चलते हैं, फिर आगे सोचेंगे।"
घायल लड़के का भाई, जो खुद को संभालने की कोशिश कर रहा था, बोला, "हम आपको परेशानी में नहीं डालना चाहते…"
"चिंता मत करो," अर्निका ने दिलासा दिया। "लेकिन अस्पताल तक पहुंचने में समय लगेगा, तब तक तुम्हें हिम्मत रखनी होगी।"
यह सुनते ही जख्मी लड़का अचानक बेहोश हो गया…
आगे क्या होगा?
जो जख्मी लड़का और उसके भाई कोन है ?
किया अर्निका इन लोगों को मदत कर सही कर रहे है ?
क्या कोई नया ट्विस्ट आने वाला है?
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अगर कहीं कोई गलती हो गई हो, तो मुझे माफ कर दीजिएगा।
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