अर्निका और बाकी सबने अपनी कॉफी और शेक खत्म किए और शॉपिंग के लिए निकल पड़े।
इनाया उत्साहित होकर बोली,
"चलो, अब सच में शॉपिंग करें! वरना मॉल बंद होने का टाइम हो जाएगा!"
सान्या ने मजाक किया,
"हां, वरना अर्निका को फिर बचने का बहाना मिल जाएगा!"
अर्निका ने आँखें घुमाकर कहा,
"अरे बाबा, चलो ना! वरना तुम लोग मेरा पीछा नहीं छोड़ोगे!"
सबसे पहले वे एक ब्रैंडेड शूज़ स्टोर पर पहुंचे। इनाया ने ढेर सारे जूते निकालकर देखने शुरू कर दिए।
अद्विक ने सिर पकड़ते हुए कहा,
"ये लोग एक जोड़ी लेने आई हैं या पूरा स्टोर खरीदने?"
सान्या हंसकर बोली,
"अगर इतनी जल्दी है तो बाहर बैठकर इंतजार कर, हमें आराम से देखने दे!"
अद्विक ने आह भरते हुए कहा,
"ठीक है, देखते हैं तुम लोग कितना समय लगाती हो!"
थोड़ी देर बाद, अर्निका ने एक स्टाइलिश हील उठाई और इनाया से पूछा,
"ये कैसी लग रही है?"
इनाया ने मुस्कुराते हुए कहा,
"परफेक्ट! वैसे भी, मुंबई जाकर तुझे स्टाइलिश दिखना पड़ेगा!"
अर्निका हल्की मुस्कान के साथ बोली,
"नहीं, मैं जैसी हूं, वैसी ही ठीक हूं। मुझे किसी को कुछ साबित नहीं करना!"
सान्या ने कहा, "हां कुकी, तुझे खुद को बदलने की जरूरत नहीं। हां, वहां की लड़कियां फैशनेबल होंगी, वो अलग बात है!"
अद्विक ने मजाक में कहा,
"हां, कहीं ऐसा न हो कि तू और इनाया वहां जाकर किसी फैशनेबल गैंग में शामिल हो जाओ!"
अर्निका हंसते हुए बोली,
"अरे बाबा, मैं जैसी हूं, वैसी ही रहूंगी! न किसी गैंग में शामिल होना है, न कोई दिखावा करना है। और हां, मैं पहले से ही बहुत स्टाइलिश हूं!"
इनाया ने चिढ़ाते हुए कहा,
"देखते हैं, देखते हैं! वैसे भी, हम बहनें पहले से ही स्टाइलिश हैं, हमें बदलने की जरूरत नहीं!"
सान्या हंसते हुए बोली,
"ठीक है, बातें बहुत हो गईं! अब जल्दी से अपनी हील पसंद कर लो, क्योंकि अभी और भी शॉपिंग बाकी है!"
अद्विक, जो मोबाइल में बिजी था, अचानक बोला,
"इतनी देर से देख रहा हूं, अभी तक तुम लोगों ने कुछ पसंद भी नहीं किया!"
इनाया मुस्कुराकर बोली,
"अभी तो बस शुरुआत है भाई! असली शॉपिंग तो अब शुरू होगी!"
अद्विक ने सिर हिलाते हुए कहा,
"ठीक है, लेकिन प्लीज़ जल्दी करना!"
थोड़ी देर बाद, सबने अपनी पसंद के जूते खरीद लिए और फिर कपड़ों की दुकान की तरफ बढ़े।
जैसे ही वे एक ट्रेंडी बुटीक में पहुंचे, इनाया और सान्या ने झट से कुछ ड्रेसेज़ निकालकर अर्निका की ओर बढ़ा दीं।
इनाया बोली,
"चलो, जल्दी से ट्रायल रूम में जाकर पहनकर दिखाओ!"
अर्निका ने हाथ जोड़ते हुए कहा,
"प्लीज़, मैं ट्रायल नहीं करने वाली! तुम लोग अपनी ड्रेस ट्राई कर लो!"
सान्या ने उसे हल्का सा धक्का देते हुए कहा,
"बिना ट्राई किए कुछ नहीं मिलेगा! अब अंदर जाओ!"
मजबूर होकर अर्निका ट्रायल रूम में चली गई।
बाहर खड़ी इनाया ने शरारत से अद्विक की ओर देखकर कहा,
"भैया, देखना, आज हमारी लाडो एकदम फिल्मी हीरोइन लगेगी!"
अद्विक हंसते हुए बोला,
"अगर वो बाहर आई ही नहीं तो?"
तभी ट्रायल रूम का दरवाजा खुला, और अर्निका बाहर आई।
उसने एक खूबसूरत, स्टाइलिश ड्रेस पहनी थी, जो उस पर खूब जच रही थी।
अद्विक ने मुस्कुराकर कहा,
"वाह! अब तो तय है कि मुंबई में कई सुपरस्टार्स को पीछे छोड़ने वाली है!"
अर्निका झेंपते हुए बोली,
"अरे बस, बहुत हो गया! मैं इसे नहीं लेने वाली!"
इनाया ने तुरंत अर्निका का हाथ पकड़ते हुए कहा,
"अब तो तू यही लेगी, कोई बहस नहीं!"
सान्या ने भी उसका समर्थन करते हुए कहा,
"बिल्कुल! और अगर तू नहीं मानी, तो हम तुझे गिफ्ट कर देंगे!"
अर्निका ने हार मानते हुए कहा,
"ठीक है, ठीक है!"
फिर उसने अपनी पसंद की कुछ और ड्रेसेस ले लीं, और बाकी सबने भी अपने लिए कुछ पसंद कर लिया। इसके बाद उन्होंने अद्विक से पेमेंट करने को कहा।
अद्विक हंसते हुए बोला,
"चलो, आखिरकार तुम्हारी शॉपिंग खत्म हुई!"
अर्निका ने मुस्कुराकर कहा,
"अभी नहीं, कुछ और बाकी है! तुम पेमेंट करके कार के पास मिलो, हम थोड़ी देर में आते हैं!"
यह कहकर तीनों वहां से चली गईं।
अद्विक ने पेमेंट किया और बैग्स लेकर पार्किंग की ओर बढ़ा। लेकिन उसके दिमाग में एक ही सवाल था—अर्निका, इनाया और सान्या आखिर गईं कहां?
उधर, तीनों मॉल के दूसरे हिस्से में पहुंच चुकी थीं।
इनाया ने उत्सुकता से पूछा,
"अब बता भी दे, हमें कहां ले जा रही है?"
अर्निका ने रहस्यमयी मुस्कान के साथ कहा,
"बस थोड़ी देर और, फिर देखना!"
सान्या ने शरारत से कहा,
"लगता है तू हमें किसी सरप्राइज़ गिफ्ट शॉप में ले जा रही है!"
लेकिन तभी अर्निका एक ज्वेलरी स्टोर के सामने रुकी।
इनाया और सान्या ने एक-दूसरे को देखा और फिर एक साथ पूछा,
"ज्वेलरी? हमें नहीं पता था कि तुझे गहनों में इंटरेस्ट है!"
अर्निका हंसते हुए बोली,
"मुझे नहीं, लेकिन मैं घर की खास लेडीज़ के लिए कुछ लेना चाहती हूं!"
यह सुनकर बाकी दोनों ने कहा,
"ठीक है, हम भी तेरे साथ कंट्रीब्यूट करेंगे!"
फिर वे तीनों स्टोर के अंदर गईं।
अंदर जाते ही एक अटेंडेंट ने उन्हें वेलकम किया और पूछा कि वे क्या देखना चाहेंगी।
अर्निका बोली,
"हम लेडीज़ के लिए सिंपल, लेकिन एलिगेंट ब्रेसलेट देखना चाहते हैं।"
अटेंडेंट उन्हें एक काउंटर तक ले गई, जहां कई खूबसूरत ब्रेसलेट रखे थे।
तभी अर्निका की नजर एक खास ब्रेसलेट पर पड़ी, और उसने उसे दिखाने के लिए कहा।
इनाया ने ब्रेसलेट को ध्यान से देखा और मुस्कुराकर बोली,
"वाह! यह बहुत सुंदर है, सब पर बहुत अच्छा लगेगा!"
अर्निका हल्की मुस्कान के साथ बोली,
"हां, यह सिंपल लेकिन स्टाइलिश है—बिल्कुल परफेक्ट!"
सान्या ने सहमति में सिर हिलाते हुए कहा,
"मामी, चाची और बुआ के लिए तो यह बहुत अच्छा रहेगा, लेकिन दादी के लिए?"
अर्निका ने जवाब दिया,
"नहीं, दादी के लिए मैं खास डिज़ाइन की इयररिंग्स लेने वाली हूं।"
इनाया ने खुशी से कहा,
"तो फिर तीनों के लिए सेम ब्रेसलेट लेंगे और दादी के लिए इयररिंग्स!"
अर्निका ने तीनों के लिए एक जैसे ब्रेसलेट खरीद लिए और फिर दादी के लिए इयररिंग्स देखने के लिए दूसरे काउंटर की ओर बढ़ गई।
जब वह दादी के लिए परफेक्ट इयररिंग्स पसंद कर चुकी, तब उसने स्टोर अटेंडेंट से पूछा,
"क्या लड़कों के लिए भी कोई ब्रैसलेट है?"
अटेंडेंट ने कहा,
"हाँ, है! बस पाँच मिनट रुकिए, मैं दिखाती हूँ।"
सान्या ने उत्सुकता से पूछा,
"अब ये किसके लिए?"
अर्निका मुस्कुराकर बोली,
"नीचे पार्किंग एरिया में जो हमारे लिए वेट कर रहा है, उसके लिए!"
यह सुनते ही इनाया और सान्या ने एक-दूसरे को देखा और मुस्कुरा दीं।
इनाया ने चुटकी लेते हुए कहा,
"अरे वाह! हमारी अर्निका तो सबका कितना ख्याल रखने लगी है!"
अर्निका हल्की हंसी के साथ बोली,
"अरे, वो हमारा भाई है, और हमेशा हमारी बेतुकी शॉपिंग में भी हमारे साथ रहता है, तो उसके लिए एक छोटा-सा गिफ्ट तो बनता है!"
तभी अटेंडेंट एक सिंपल, लेकिन बेहद क्लासी ब्रैसलेट लेकर आई।
सान्या ने ब्रैसलेट को ध्यान से देखते हुए कहा,
"ये तो एकदम परफेक्ट है! बिल्कुल अद्विक के स्टाइल का!"
अर्निका ने ब्रैसलेट हाथ में लेते हुए मुस्कुरा कर कहा,
"हां, इसे जरूर पसंद आएगा। इसे पैक करवा दो!"
पेमेंट करने के बाद तीनों स्टोर से बाहर निकलीं।
इनाया ने घड़ी की ओर देखते ही चौंककर कहा,
"ओह! हमें बहुत ज्यादा समय लग गया! जल्दी पार्किंग एरिया में चलो, वरना अद्विक अब तक गुस्से में आग बबूला हो गया होगा!"
सान्या हंसते हुए बोली,
"चलो, देखते हैं उसका हाल!"
तीनों तेजी से पार्किंग की ओर बढ़ीं।
जैसे ही वे वहां पहुंचीं, देखा कि अद्विक कार के बोनट से टिककर खड़ा था और मोबाइल चला रहा था।
जैसे ही उसने तीनों को देखा, ड्रामेटिक अंदाज में बोला,
"वाह! आखिरकार महारानियों को समय मिल ही गया आने का!"
अर्निका मुस्कुराकर बोली,
"ओफ्फो! इतना गुस्सा क्यों कर रहे हो?"
अद्विक ने हाथ जोड़ते हुए मजाक में कहा,
"क्योंकि तुम तीनों शॉपिंग करने गई थीं, खजाना लूटने नहीं! कौन कहता है 'थोड़ी देर में आती हूं' और फिर घंटों लगा देता है?"
इनाया हंसते हुए बोली,
"अच्छा बाबा, सॉरी! अब चलो, बहुत देर हो गई!"
सब कार में बैठ गए और घर के लिए निकल पड़े।
रास्ते में अर्निका अचानक बोली,
"भैया, आगे बाईं तरफ वाली सड़क से चलो।"
अद्विक ने भौंहें उठाकर पूछा,
"क्यों? हम सीधे रास्ते से भी जा सकते हैं।"
अर्निका हंसते हुए बोली,
"क्योंकि मुझे आइसक्रीम लेनी है!"
अद्विक ने लंबी सांस लेते हुए कहा,
"ठीक है, महारानी जी!"
थोड़ी ही देर में वे एक आइसक्रीम पार्लर के सामने पहुंचे।
सान्या उत्साह से बोली,
"चलो, मैं अंदर जाकर देखती हूं कि कौन-कौन से फ्लेवर हैं!"
लेकिन अर्निका ने उसे रोकते हुए कहा,
"अरे नहीं! तुम बैठो, मैं लेकर आती हूं। वैसे भी, मुझे सभी के फ्लेवर याद हैं!"
अद्विक ने गाड़ी पार्क करते हुए कहा,
"ठीक है, जल्दी आओ!"
अर्निका पार्लर में गई और फ्लेवर देखने लगी।
इनाया ने कार से झांकते हुए मुस्कुराकर कहा,
"लगता है, मैडम को आइसक्रीम नहीं, पूरी दुकान खरीदनी है!"
अद्विक ने सिर हिलाते हुए कहा,
"हां, मुझे भी ऐसा ही लग रहा है!"
कुछ देर बाद, अर्निका हाथ में कई कप आइसक्रीम लेकर बाहर आई।
वो कार में बैठते हुए बोली,
"लो, सबकी पसंद की आइसक्रीम!"
सान्या खुशी से बोली,
"वाह! चॉकलेट फज! तू सच में मेरी पसंद जानती है!"
अद्विक ने अपना कप उठाते हुए कहा,
"कमाल है! मेरी स्ट्रॉबेरी वाली भी याद रही?"
अर्निका मुस्कुराकर बोली,
"इतने सालों से तुम सबको झेला है, अगर तुम्हारी पसंद न याद रखूं तो क्या फायदा?"
सबने एक साथ चौंककर कहा,
"मतलब तू हमें झेल रही है?"
अर्निका हंसते हुए बोली,
"अरे मजाक कर रही थी! अब जल्दी घर चलो, बाकी सबके लिए भी आइसक्रीम लाई हूं!"
अद्विक ने गाड़ी स्टार्ट की और सभी घर के लिए निकल गए।
कुछ देर बाद, जैसे ही कार घर के सामने रुकी, अर्निका उत्साह से बोली,
"चलो, जल्दी अंदर चलते हैं, वरना आइसक्रीम पिघल जाएगी!"
इनाया हंसते हुए बोली,
"आइसक्रीम तो बच जाएगी, लेकिन अगर दादी ने दरवाजे पर पकड़ लिया, तो हमारी खैर नहीं!"
अद्विक ने लंबी सांस लेते हुए कहा,
"तुम लोग जाओ, मैं गाड़ी पार्क करके आता हूं।"
अर्निका, सान्या और इनाया हंसते हुए घर के अंदर चली गईं।
जैसे ही वे लिविंग रूम में पहुंचीं, देखा कि दादी, चाची और बुआ के साथ बाकी घरवाले भी पहले से ही वहां बैठी थीं।
दादी ने हल्की मुस्कान के साथ कहा,
"आ गए हमारे शॉपिंग के शहजादे-शहजादियां!"
चाची ने मजाक में पूछा,
"बता दो, कौन-कौन सी दुकानें खाली करवाईं?"
सब हंस पड़े।
अर्निका दादी के पास बैठते हुए बोली,
"दादी, पहले ये आइसक्रीम खाइए!"
बुआ ने उत्सुकता से पूछा,
"अच्छा? और क्या-क्या लाए हो?"
तभी दरवाजे से शॉपिंग बैग उठाए अद्विक अंदर आया और बोला,
"ये लोग पूरा मॉल ही उठा लाए हैं!"
उसकी हालत देखकर सब जोर से हंस पड़े।
दादी ने मुस्कुराकर कहा,
"घर में तीन-तीन बहनें होंगी तो भाई की हालत तो ऐसी ही होगी!"
तभी अर्निका ने एक बैग से कुछ निकाला, दादी के पास जाकर उनके हाथ में रखा और बोली,
"दादी, ये आपके लिए! पता नहीं, आपको पसंद आएगा या नहीं..."
दादी ने प्यार से उसे देखा और मुस्कुराकर बोलीं,
"अरे, तुम ने दिल से दिया है तो अच्छा ही होगा!"
इनाया ने तुरंत जोड़ा,
"दादी, ये सिर्फ आपकी लाड़ली पोती ने नहीं दिया, इसमें हम दोनों का भी हिस्सा है! हां, लेकिन पसंद अर्निका ने की है, क्योंकि इसकी पसंद हमेशा खास होती है!"
दादी ने गिफ्ट खोला और उनकी आंखों में चमक आ गई।
उन्होंने भावुक होकर कहा,
"बहुत सुंदर है! पर इन सबकी क्या जरूरत थी?"
अर्निका मुस्कुराकर बोली,
"हमें पता है कि आपको किसी चीज़ की जरूरत नहीं है, बस दिल से लगा कि आपको कुछ खास दें!"
दादी ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरा और बोलीं,
"अरे पगली, तुम लोग ही हमारे लिए सबसे बड़ा तोहफा हो!"
तभी सान्या ने बुआ और चाची के लिए ब्रेसलेट निकाले और बोली,
"ये आप दोनों के लिए!"
दोनों ने गिफ्ट लेकर खुशी से देखा और पहन लिया।
चाची भावुक होकर बोलीं,
"ये बहुत सुंदर है, मैं इसे हमेशा पहनकर रखूंगी!"
बुआ ने सिर हिलाते हुए कहा,
"हां भाभी, हमारी बेटियों की पसंद वाकई लाजवाब है!"
अर्निका अपनी बड़ी मां के पास गई और प्यार से बोली,
"ये ब्रेसलेट आपके लिए!"
बड़ी मां भावुक होकर उसे गले लगाते हुए बोलीं,
"तू चली जाएगी तो ये घर सच में सूना हो जाएगा!"
तभी अद्विक ने माहौल हल्का करते हुए कहा,
"अच्छा-अच्छा, अब सब इमोशनल मत हो! पहले आइसक्रीम खा लो, वरना ये पिघल जाएगी!"
फिर उसने नकली नाराजगी दिखाते हुए कहा,
"लेकिन मैं तुम तीनों से नाराज हूं! सबके लिए कुछ न कुछ लाए हो, लेकिन मेरे लिए कुछ नहीं!"
फिर वह मुंह फुलाकर बैठ गया।
दादाजी भी मजाक में बोले,
"अरे, सिर्फ तेरे लिए नहीं, हमारे लिए भी कुछ नहीं लाईं! लगता है ये हमसे प्यार ही नहीं करतीं!"
तीनों लड़कियों ने एक-दूसरे को देखा, फिर मुस्कुराते हुए शॉपिंग बैग से कुछ निकालकर दादाजी, अनिरुद्ध जी और फूफा जी को थमा दिया।
अर्निका हंसते हुए बोली,
"अरे बाबा! हम आपको भूल सकते हैं क्या? बस, सरप्राइज देने के लिए लास्ट में रखा!"
दादाजी ने बैग खोलकर एक क्लासिक घड़ी निकाली और खुशी से बोले,
"अरे वाह! ये तो बिल्कुल मेरी पसंद की चीज़ है!"
अनिरुद्ध जी ने बैग खोलते ही एक एलिगेंट वॉलेट निकाला और मुस्कुराकर बोले,
"अभी भी तुम लोग हमें बच्चा समझती हो, जो सरप्राइज देकर चौंका रही हो!"
फूफा जी ने बैग से एक शानदार पेन और डायरी निकाली और मुस्कुराते हुए बोले,
"वाह! अब अपने सारे ज़रूरी नोट्स इसी में लिखूंगा। बहुत बेहतरीन पसंद है!"
अर्निका बड़े पापा के पास गई और मुस्कुराते हुए उन्हें एक बैग पकड़ाया।
"बड़े पापा, ये खास आपके लिए!"
बड़े पापा ने बैग खोला और अंदर से एक लैदर लैपटॉप बैग और क्लासिक वॉलेट निकाला।
"अरे वाह! बिल्कुल मेरी पसंद का है!" उन्होंने खुशी से कहा और अर्निका को प्यार से देखा।
तभी अद्विक हाथ बांधे खड़ा हो गया और नकली गुस्से से बोला,
"तो बस? सबको गिफ्ट मिल गया, लेकिन मेरे लिए कुछ भी नहीं?"
इनाया हंसते हुए बोली,
"अरे जनाब, आपको गिफ्ट की क्या जरूरत? आपके पास तो सब कुछ है, और वैसे भी जल्दी-जल्दी में शायद हम लेना भूल गए!"
अद्विक ने तुरंत नाटकिया अंदाज में कहा,
"हां, मुझे पता था! तुम लोग मुझसे प्यार ही नहीं करते!"
फिर वह नाराज होकर वहां से बाहर चला गया।
सब एक-दूसरे की ओर देखने लगे।
अर्निका ने हल्की मुस्कान के साथ कहा,
"ड्रामा क्वीन बनना कोई इससे सीखे!"
सान्या ने धीरे से कहा,
"पर हम तो मजाक कर रहे थे, शायद उसे सच में बुरा लग गया!"
अर्निका ने उसे देखा और फिर उठकर बोली,
"रुको, मैं संभालती हूं!"
वह अद्विक के पीछे बाहर गई।
अद्विक कार के पास खड़ा था, हाथ जेब में डाले, चेहरे पर हल्की नाराजगी लिए।
अर्निका पास जाकर बोली,
"इतना भी नखरे मत कर! तेरे बिना मजा नहीं आता!"
अद्विक ने बिना उसकी ओर देखे कहा,
"हां, हां, अब ड्रामा कहो! मैं जानता हूं, मेरे लिए कुछ लिया ही नहीं, कोई बात नहीं!"
तभी इनाया और सान्या भी वहां आ गईं।
अर्निका ने मुस्कुराते हुए पीछे से एक छोटा सा गिफ्ट बॉक्स अद्विक की ओर बढ़ाया।
अद्विक ने आश्चर्य से पूछा,
"ये क्या है?"
सान्या ने हंसकर कहा,
"तू क्या सोचता है, हम तुझे भूल सकते हैं? बस तुझे सरप्राइज़ देने के लिए मजाक कर रहे थे!"
अद्विक ने झट से बॉक्स खोला और देखा—एक स्टाइलिश ब्रेसलेट, जिस पर उसका नाम का पहला अक्षर खुदा हुआ था।
अद्विक का चेहरा खिल उठा,
"ओह! यह तो जबरदस्त है! सच में बहुत सुंदर है!"
वह तुरंत ब्रेसलेट पहनने लगा।
इनाया ने चिढ़ाते हुए कहा,
"अब तो नाराजगी खत्म?"
अद्विक ने मुस्कुराते हुए कहा,
"अब तो तुम्हें और भी गिफ्ट देने का मन कर रहा है!"
अर्निका हंसते हुए बोली,
"तो चलो, सबसे अच्छा गिफ्ट हमें भी दे दो!"
अद्विक ने हाथ जोड़ते हुए कहा,
"अरे, तुम लोगों ने मेरी पॉकेट खाली कर दी! अब और क्या चाहिए?"
सान्या ने मजाक में कहा,
"भाई, हम तो चले जाएंगे, तो अगले महीने का शॉपिंग कैसे कराएंगे?"
अद्विक हल्का सा उदास हो गया।
तभी इनाया ने मुस्कुराकर कहा,
"अरे भाई, गूगल पे कर देना! हम खुद खरीद लेंगे!"
सान्या और अर्निका ने भी हंसते हुए कहा,
"हां, बस पैसे भेज देना!"
अद्विक ने सिर हिलाते हुए कहा,
"ठीक है, ठीक है!"
फिर तीनों हंसते हुए घर के अंदर चले गए।
अंदर जाते ही अद्विक ने सभी को अपना ब्रेसलेट दिखाया और उत्साह से कहा,
"देखो, यह कितना शानदार है!"
दादी ने प्यार से कहा,
"तुम बच्चों की यही बातें सबसे प्यारी होती हैं। बस ऐसे ही हमेशा साथ रहो और खुश रहो!"
फूफा जी ने मजाक में कहा,
"अब जब गिफ्ट्स बंट गए, तो कुछ खाने को मिलेगा?"
यह सुनते ही माधवी और अर्चना जी झट से उठीं और किचन में कुछ बनाने चली गईं।
दादी ने बच्चों से कहा,
"तुम लोग थक गए हो, जाकर फ्रेश हो जाओ और थोड़ा आराम कर लो। डिनर के समय बुला लेंगे!"
सबने ‘ठीक है’ कहा और अपने-अपने कमरों की ओर बढ़ गए।
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