कविता: “क्या है मोहब्बत?”
क्या है मोहब्बत?
एक खामोशी, जो दिल में बसी हो,
एक आग, जो बुझने का नाम ही न ले,
एक सवाल, जो हर जवाब से गहरा हो।
क्या है मोहब्बत?
वो पल, जब कोई दूर हो और लगे
जैसे साँसें थम गई हों,
जैसे धड़कनों का शोर ही रुक गया हो।
क्या है मोहब्बत?
वो चुपके से आती है,
कभी आँखों में, कभी खामोशी में,
कभी हँसी में, कभी यादों के जख्म में।
क्या है मोहब्बत?
एक पल का धोखा, या उम्र भर का इंतजार?
एक नजर की कसक, या आखिरी अलविदा की पीड़ा?
एक कहानी, जिसकी शुरुआत भी अजनबी थी,
और अंत भी अनकहा रह गया।
क्या है मोहब्बत?
शायद यही…
जिसे महसूस किया जा सके,
लेकिन कभी समझा न जा सके।