“पत्नी और करवा चौथ” — एक सच्चा विचार
कुछ पुरुष कहते हैं —
“अरे भाई, पत्नी तो बड़ी खराब है,
पूरा साल झगड़ती रहती है, फिर करवा चौथ का व्रत रखती है!” 😅
अब उन पतियों से बस इतना कहना चाहूँगी —
झगड़े का कारण कुछ भी हो,
थोड़ा ठहर कर कभी सोचना...
कभी किसी पत्नी ने अपने लिए व्रत रखा है?
कि “मैं अपने लिए अच्छी हो जाऊँ,
मैं स्वस्थ रहूँ, मेरा मन खुश रहे”?
नहीं ना…
हर बार जो व्रत रखा —
पति की लंबी उम्र के लिए,
बच्चों की सलामती के लिए,
घर की सुख-शांति के लिए।
वो झगड़ती है तो शायद थकी हुई होती है,
कभी सुनी नहीं जाती,
कभी समझी नहीं जाती…
लेकिन फिर भी, हर बार चाँद देख कर
सब भूल जाती है —
क्योंकि उस चाँद में उसे अपने पति,
अपने बच्चों का चेहरा नज़र आता है 🌙❤️
तो अगली बार जब किसी की पत्नी पर हँसी आए,
ज़रा रुककर सोचना —
वो झगड़ालू नहीं, बस इंसान है…
जो अपने परिवार के लिए रोज़ खुद को भुला देती है। 💞
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जितने सारे व्रत होते हैं जितने व्रत किए जाते हैं वह सब अपने परिवार पति और बच्चों की सलामती के लिए करती हैं
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏