मैं तूफान के बीच भी धीरे-धीरे आगे बढ़ता हूँ,
अंधेरे में अपने लिए रास्ता ढूँढता हूँ।
मेरा चेहरा हमेशा हँसता हुआ नज़र आता है,
पर दिल में कई दुःख छुपाता हूँ।
बारिश होने पर भी मैं खड़ा रहूँगा,
क्योंकि मुझे आशा है — अगले दिन उजाला वापस आएगा।
अपनी समझदारी और हिम्मत से मैं रास्ता बनाता हूँ।
d h a m a k