#gulzar #Anand #1971
मैंने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने
सपने सुरीले सपने
कुछ हँसते, कुछ ग़म के
तेरी आँखों के साए चुराए
रसीली यादों ने
मैंने तेरे लिये ...
छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घड़ी
जनम जनम से आँखें बिछाईं
तेरे लिये इन राहों ने
मैंने तेरे लिये ...
भोले भाले
भोले भाले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख़यालों को सजाते रहे
कभी कभी तो आवाज़ देकर
मुझको जगाया ख़्वाबों ने
मैंने तेरे लिये ...
- गुलज़ार