मुझे जाने क्या दुख है
मुझे नए साल से ज्यादा दुख इस साल के जाने का है
और भाई ये इस साल के साथ नहीं
पिछले साल के साथ भी था
मैं बैठे बैठे सोच रही
की यार
बेचारा 2024 जा रहा
अब वो कभी वापस नहीं आयेगा
कभी मतलब कभी नहीं🥺
हम कभी नहीं कह सकते कि 2024 चल रहा
बिना मतलब फिलिंग में घुस रही🤦🏻♀️
मैं कभी नई चीजों के लिए तैयार नहीं हो पाती
मुझे पुरानी या जाने वाली चीजें ज्यादा अपनी और खींचती है
अतीत में जीना जाने कब बंद करूंगी मैं 🥲
पर जो भी है😭दुख तो होता है न यार किसी के जाने का
भले वो महज एक अंक ही क्यों न हो☹️