blog Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

blog Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful blog quote can lift spirits and rekindle determination. blog Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.

blog bites

#blog #poem #शायरी #microfriction #Romance #song #song #IndiaFightsCorona #whatsup_status

Prem_222:

हू में शुक्रगुज़ार उन समय का जिस ने मुजे जीना सिखाया,
हर पल जीवन मे हारना सीखा था आज जितना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार उन समय का जिस पल मे मेरा जिन बना,
माँ के गर्भ मे तब मुजे संसार मे जीनेका सलीका सिखाया,

हू मे शुक्रगुज़ार अपनी जननी का जिसने दुनिया दिखाई,
बचपन में सारे मेरे सम्बंध का मूल्यांकन करना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार मेरे पिता का जब मे चलना सीखा संसार,
अपने पसीने ने से सिंचा मेरा संस्कार और उठना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार अपनी बहन का जब जब होता मे परेसान,
हर एक मुश्किलों से रह कर सजाग दिल जितना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार मेरे भाई का संसार की मुश्किलसे भिड़ता,
परेशानियों से परे ख़ुशनुमा रहना और जीना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार मेरे प्यारे दोस्तों का जो बिंदास जीते हुए,
अपनी विकट स्थिति को छुपा के दर्द को भगाना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार मेरे प्यार का हस्ते-रोते हर हालमें ख़ुशनुमा
हर संबंधो को परे रखके अपने प्यार को निभाना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार अपने पड़ोसीओ का साथ निभाते हुए,
हर एक समय पर रहकर साथ रिश्ते बनाना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार अपने गुरुजी का जो समय को समझते,
हर पल जिंदगी की कसौटी को स्वीकार करना सिखाया,

हू में शुक्रगुज़ार अपने ईस्ट देव का जिसने आंखे खोली,
हर एक गलत रास्तो पर जाते हुए मुजे सही राह सिखाया..

हू मे शुक्रगुज़ार अपने उस यार का जो अपना समझते थे,
था रोमांचक सफर हमारा नजर उतरना क्यूं न सिखाया.


#रोमांचक

Prem_222:
#blog #shayri #story #Romance #love
#quote #microfriction


બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

મારી એક પણ નજરને ના ચૂકતા દરેક પ્રણામ સ્વીકાર્યા હતા,
દરરોજ સપના સેવી સેવીને મારા કોડ એમણે કાંડાર્યા હતા,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

પહેલી મુલાકાત હું શું વર્ણવુ એવા તો સંજોગ આણ્યા હતા,
મારા મનમાં બનેલા મુલાકાતના એ સંજોગો જ અણધાર્યા હતા,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

કાન રાધાની એ રાસ લીલા સાંભળતા જ મનમાં અમે રમ્યા હતા,
સમય એવો જ હતો કે ભાગવત પારાયણ અમે બને સાથે પામ્યા હતા,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

સમયની આ રમત તો જુઓ નહીં પારાયણ થયો વિરહ રાધાનો,
ચાલી નીકળ્યો એના કર્મ માં કોણ જાણ્યું કેવો રહ્યો વિરહ કાનનો,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

સમય સમય ની થપાટ ભોગવતા કેવા તો પડયા અમે વિખૂટા,
ભાંગી પડયો સંબંધ એ પ્રેમી પંખીડાનો આજે દિલ બંને ના
અતુંટા,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

શાંત ચિત મગ્ન થયો એ અંતર મનમા સમાયો અમારો મનવો,
જયારે જ્યારે બેસીએ એકાંતમાં એકમેક ની નિકટ હોય મનવો,
બહું જ આંકી હતી કિંમત એમણે અમારા પ્રેમની !

#શાંત

हम लोग सब्ज़ी नहि उगा सकते अगर ज़ोर से बारिस आइ तो निचेका गाव रहेगा #coimbatore वहा बेह के चला जाएगा बाद मे हमे दुन्दना पदेगा कहा गया हमारा गाजर मुली - "गंगाभैया"
.
आज कि हमारी कहानी के मुख्य पात्र है 'गंगाभैया',आखिर के वीडियोै मे आप उनके बात करने का लेहजा भी जान सकते हो ,
वो जो दुसरी तस्वीर मे आसमानी रंग का कमीज़ पेहने खडे है वो हि तो है गंगा...भैया!
#ooty के टेढे मेढे रास्तो के कारण वहा मिनी बस ज़ादा चलती है ओर सिट अकसर कपल हि बिकती है हमको छोड के सारे कपल हि थे बस मे अब क्या करे? कोइ तिन सिट खाली हि नहीं थी ड्राइवर सर के पास वाली सिट के अलावा बस हमने अपना आसन वहा जमा दिया ओर सर जी जो मज़ा आया है उफ़ अफ़लातून क्या बताउ मे! अगर मे दाइ ओर बेठी होती तो बाये के नज़ारे नहीं देख पाती लेकिन यहा तो आइ एम इन लव विथ नज़ारे
.
गंगाभैया हमारे आज के गाइड थे, एकदम खुशमिजाजी ओर हसमुखे अम्मा, अम्मा करके सब के सामने से फोटो खिचते,
"आप को लगेगा के इतना बडा आदमी मुजे अम्मा क्यु केहता लेकिन अम्मा हमारे मे सभी ओरतो को देवी मा का स्वरूप मानते छोटी बच्ची को भी अम्मा केहके ही बुलाते" - गंगाभैया
अलग पोइन्ट घूम रहे थे हम ओर वहा से जुडी हर एक छोटी बडी बात हमे गंगाभैया अपने अलग हि ढंग से बताते, हमने चाइ के मशहुर बाग देखे, .
वो सारे बगीचे बिते ज़माने कि मशहुर अदाकारा के पतीदेव मयुर माधवानी जि के है मयुर टी भी वहा ड्युटी फ़्रि मिलती है हमे चाइ चखाइ ओर हम चाइ खरिद ने पे विवश हो गए,
वहा के खुबसुरती कि तसवीरे तो पेहले से हि मेने शेर कर रखी है, जरना भी कितना मासुम लगता है ना जब इश्वर पहाड़ो को नहलाते है तो हरे भरे रास्तो से किसी बच्चे कि तरह उछलता-कुदता रेहता है !
पुरा साल हम जितना किताबो से पढ़ के नही सिख पाते उतन एक सफ़र हमे सिखा जाता है अपने से अलग तरह के लोगो से केसे घुलना मिलना है केसे अपनी बात रखनी है मुश्किल मे भी केसे सयम बनाए रखना है किसपे कितना भरोसा करना है! .
गंगाभैया को बोला के कोइ वेज होटेल पे ही बस रोके क्योकी जोरो की भुख लगी थी ओर हम खाखरा चकरी चिवडा नही खाना चाहते थे
वहा किसी दूर पहाडि पे अपना एक घर होगा एसी फ़िल्मी बात को सच साबित करे वेसी एक होटेल ओ बस रुकी सुध्ध शाकाहारी..
गरमा गरम रोटी, आलु-कोबिज कि सब्ज़ी, अचार, सिर्फ़ आलु की सब्ज़ी वगेरा हमारे लिए किसी छ्प्पन भोग से कम नही थी !
"अम्मा तुम को कितना ढुंढा.. कहा चले गए थे..."😅 #climbing #monta #blog #beautiful #view #wanderlust #mountainlife #combitur #hindi #forest #yayawar #ooty #yayawargi #instagram #mountainlovers #hike #travelgram
https://www.instagram.com/p/CBDvJmpn2Mu/?igshid=d58sad0e40fe

#blog #poem #though #शायरी #whatsup_status #motivational #microfriction

Prem_222:

एखाद्या स्त्रीने #सजावट करणे स्वाभाविक आहे परंतु अशा काही सजावट देखील आहेत ज्या केवळ तिच्या प्रियकर किंवा पतीसाठी सजवल्या जातात ज्या आश्चर्यकारक आहेत.

#शोभेच्या

#blog #online studies and it's side effects

Two days back I came across an article, that
said children are getting hospitalized because of online studies. I couldn't believe it so I read it carefully.
The article said that because of excessive use of mobile, young toddlers eyes are being affected. Some are complaining of headache, red swollen eyes, and some are struck seriously in brain.
Somewhere this article was stating the reality. As before the quarantine has started
children used to study through books, they were following a routine. In which they woke early, and went to school. Their they played and interacted with other kids and studied.
After school, they visited parks, and played around. They went for their extra classes, and hanged around with family during evening hours.
But from the beginning of the pandemic, kids were confided among the fours walls of their hides and because of that, their interactions with friends were cut off. Online classes submerged their innocent eyes in mobiles,laptops, and tabs from the early morning hours, to the late noon's. Even their breakfast are being done in front of these electronics.
After the online school,their extra classes are to being carried on through online,so more pressure their brains and eyes are undertaking. Last but not the least as they cannot catch up with their pals have started playing online with them.
Their extra activities like cricket, badminton, swimming discontinued because of social distance.
During the late night hours they watch web series or TV with their families. Like this they are spending their precious time in the grip
of online networking arena ,which is
deteriorating their brain and hitting their systems.

As parents ,we shouldn't take this article lightly as if we peep in the lives of our kids ,
they are completely linked up in online
system .

~See the beauty in everything. #blog

एक लड़की थी दीवानी सी,
coffee पर वोह मरती थी

कभी बकवास jokes सुना दिया करती थी और कभी हँसा दिया करती थी,

आज भी याद है वोह दिन जब बिना मतलब की लडाई और कभी लगता था की आज हमारा आखरी दिन है,

कभी में रूठ जाता तो कभी वोह मुजे मना लेतीं,

कभी कभी बीच मे ego भी आ जाता था, तब पता चलता था कि ego नाम की बी कोई चीज़ है,

वोह 2-3 घण्टे बिना बात के रह लेते थे तो कभी साथ मे रो लेते थे,

लेकिन एक दिन ऐसा बी आता था कि दूरियां अपनी जगह बनाकर चला जाता था,

यादें कितनी हसीन होती है वोह दूरियां आने के बाद पता चला,

कभी तेरे साथ पी हुई coffee तो कभी meggie याद आते थे,

कभी तेरा रूठना तो कभी मेरा मानना याद आता था,

अब आज़ाद हु में, इतना आज़ाद की कभी महसूस ही नई हुआ वोह में ही हु या कोई और,

आज भी चिड़चिड़े photos देख कर है लेता हूं,
आज भी कभी तुजे याद कर रो लेता हूं,

यह feelings बढ़ते बढ़ते इतनी बढ़ गई कि पता ही ना चला, तेरे बिना 1 दिन कैसे 1 साल लगने लगा पता ही ना चला,

मेरा दिल मस्त सोया हुआ था कब तूने आकर जग दिया पता ही ना चला,

आखरी मुलाकात, हम breakup कर के अपने रास्ते चल दिये लेकिन मेरे दिल की आवाज दिमाग पर भारी पड़ने लगी और में मुड़ गया,

लेकिन तब तक वोह हमेशा की तरह जा चुकी थी और में उसी मोड़ पर खड़ा इंतज़ार कर रहा था,

उस दिन मुजे फिर से एहसास हो गया कि कुछ लोग आपके दिल मे रहे तो बेहतर है, जिंदगी में नही.

Made with love,
Krunal 💙

#blog #love #romance #poem

ઉત્તરાયણ

આવો આ ઉત્તરાયણ માત્ર ઉત્તર તરફ અયન નહિ , પરંતુ
ઉત્સાહાયન
આનંદાયન
વિશ્વાસાયન કરીએ.

ઉત્સાહ તરફ , આનંદ તરફ , વિશ્વાસ તરફ ગતિ કરીએ.

મકરસંક્રાંતિ ની શુભેચ્છાઓ! 💐💐💐
#blog #happyutarayan