🌸 प्रकृति कविता – “सुनहरी सुबह”
सूरज की पहली किरण, जब धरती को छू जाती है,
हर कली मुस्कुराकर, नई उम्मीद जगाती है।
पंछियों की चहचहाहट, गीत सुनाती है प्यार का,
नदी की धारा बहा ले जाती, बोझ दिल के भार का।
हरी-हरी घास पर ओस की बूंदें, जैसे मोती चमकें,
प्रकृति के हर रंग में, जीवन की खुशबू महकें
😢 भावुक कविता – “माँ की याद”
उसकी ममता की छाँव, अब भी दिल में बसती है,
हर दुआ में उसकी आवाज़, अब भी मुझे सुनाई देती है।
रोटियों की खुशबू, आँचल की ठंडी हवा,
माँ के बिना घर लगता है, जैसे सूना गाँव।
वो डाँट भी मीठी थी, वो प्यार भी अनमोल,
माँ ही तो थी, जिसने बनाया मुझे संपूर्ण।
❤️ प्रेम कविता – "तेरी यादें"
तेरी आँखों में बसी है, मेरी हर ख़्वाहिश,
तेरी मुस्कान से मिलती है, दिल को राहत की सांस।
चाँदनी भी शरमा जाए, तेरे नूर के आगे,
मेरी दुनिया सिमट आए, तेरे प्यार के साये।
तेरे बिना अधूरी है, मेरी ये ज़िंदगी,
तेरा नाम ही सजाता है, मेरे हर पल की गली।
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🌟 प्रेरणा कविता – "हौसले की उड़ान"
रुकावटें आएंगी, मंज़िल को पाने में,
मत डरना तू कांटों से, सपनों को सजाने में।
ग़म की रात भी ढल जाएगी,
सपनों की सुबह खिल जाएगी।
बस मेहनत को साथी बना ले,
हौसले को अपना सहारा बना ले।