मैं और मेरे अह्सास
किस का था
महफिल में ये अंनजाना सलाम किस का था l
ग़ज़ल के तख़ल्लुस में ये नाम किस का था ll
क्या खूब बढ़ा चढ़ा कर बयां किया है हुस्न l
दिवान ए दर्शिता में कलाम किस का था ll
बड़े नायाब कारीगर की कारीगरी है देखो तो l
ये बारीकी से किया हुआ काम किस का था l
"सखी"
दर्शिता बाबूभाई शाह