आज भीड़ में एक जाना पहचाना चेहरा नजर आया था।।
जिसके साथ घंटों -घंटों तक बात करते थे।
पर आज उससे अंजन ,मुलाकात पर भी ना Hi हुआ, ना Hello 👋 ना ही कोई बात,,
बस एक दूसरे को स्माइल पास किया और हो गए हमारे रास्ते अलग।
पता नहीं चला कि समय का पहिया इतना कैसे बदल गया की जो दो लोग कल तक एक दूसरे के साथ मिट्टी में खेलते थे वह आज नजर भर कर भी एक दूसरे को नहीं देख पाए।
आज भीड़ में मुझे अपने बचपन का यार मिला था पर अनजान बनकर।।😔😔