मुझे तुम पसन्द हो इसलिए नही की तुम खूबसूरत हो ....
इसलिए कि तुममें जो ठहराव है वो मुझे सुकून देता है ....
तुम्हारा साथ होना या न होना मायने नही रखता ....
मायने रखता है तुम्हारा मुझसे बिना मिले ही मुझे महसूस कर लेना ....
तुम्हारी ख़ामोशी अक्सर गुफ्तगू करती है मुझसे ....
तुम्हारा मुझसे मेरा हाल पूछना ही मेरे दिल का आलम बदल देता है ....
जरूरी तो नही न मेरा तुम्हें पा लेना ही मेरा इश्क़ मुक़्क़म्मल करे ....
शायद मेरे लिए तुम्हारा पाना जरूरी नही ....
तुम्हारा होना ही काफी है ....