तिरंगे में लिपटा हुआ मैं जो
चौखट पर तेरी आऊं
बस इतना मैं चाहूं कि
माँ भारती का बेटा कहलाऊं
मेरी तमन्ना है बस यही
तुम मुझको सदा याद रखना
बस इतना है तुमसे कहना
बस इतना है तुमसे कहना
कभी याद मेरी जो आए
इस वर्दी को तू देख लेना
अगर मन हो कभी मिलने का
तो वर्दी में तू ही मुझे ढूंढ लेना
मैं मिलूं या ना मिलूं
तुम मुझको महसूस करना
बस इतना है तुमसे कहना
बस इतना है तुमसे कहना
सृष्टि तिवारी शान