चले आओ तुम... के ये दिल कहता है..
इन आंखो से अश्क बेशुमार बहता है...
खाली खाली सी लगती है ये दुनिया...
ना इस दिल को कुछ भी जचता है..
तेरी नजर से खुद को सँवारा था कभी..
वो आईना अब मुझे नहीं दिखता है..
मिलते है हजारो लोग हर रोज जहाँ मे..
पर तेरे जैसा कोई कही नहीं लगता है...
सपनो.. से हकीकत तक का सफर तय किया हमने..
मगर इस सफर मे ये दिल अकेला रहता है..
चले आओ के ये दिल कहता है...
- Kinjal Vyas