हमसफर नहीं बनना मत बनो,
पर याद रखना अपना सफर।
हमेशा साथ चाहें नहीं रहो पर,
कभी कभी लेते रहना खबर।।

मिश्री

-किरन झा मिश्री

Hindi Shayri by किरन झा मिश्री : 111944712
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