घर से दूर जाना पड़ता है, मां का आंचल छोड़ना पड़ता है...
सबके सामने ना सही पर तन्हाइयो में तो रोता होगा....
वो लड़का है तो क्या हुआ घर तो उसे भी छोड़ना होगा....
जब मां को रोता छोड़, वो अपने आंसु छुपाता होगा...

मां का लाड और पापा का दुलार, जब उसे उस कमरे में सिर्फ खालीपन
नजर आता होगा, कितना याद आता होगा।
कितना रोता होगा उसका दिल, जब उसे घर की याद सताती होगी...
लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता है..!!

जब घर से दूर जाना पड़ता है... तो दर्द उसे भी होता है।
मां का प्यार और घर का खाना दोनो की कमी खलती होगी...
वो लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता होगा...!!

Hindi Poem by Anchal Gupta : 111941974
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