कुछ इस तरह से लिखना एक माफी नामा हमारे नाम
प्रारंभ के दो लफ्ज़ खैर झूठ ही लिख देना..
शिकायतों से न डरना, फिर मुंह फेर लेना..
फिर धीरे से गुनाहों की कबूलात करते हुए,
उलझे अल्फाजों को सीधे ही लिख देना..
एक एक कर समझाना रुसवाई की सारी वजह,
आखरी हर निष्कर्ष भी खुद ही कर लेना..
हम तो नही कहेंगे फिर भी अगर तुम चाहो,
मुकम्मल सिर्फ एक दिन फिर से हमारा लिख देना..
_मनस्वी