🌷 एक दूजे के लिऐ 🌷
जीवन में इतना ही अहसास अब बाकी रहा है
शायर-कमल एक दूजे के लिए बने विश्वास रहा है
हम दो अजनबी साथी बन कर साथ चले थे
जीवन पथ के सह दावेदार रहे तभी मिले थे
आज खूबसूरत सा वो स्वर्णिम पल फिर मिला है
प्रेम का सिलसिला जारी रहने का आशीर्वाद मिला है
प्रिय, तुम हो तो आज भी मेरा जीवन सदाबहार है
कल भी साथ मुस्कुराना यही मुझे तुम्हारा उपहार है
फूलों संग कांटों पर रहा हाथ पर न छूटा साथ एक बार
आरजू यही बंधन में बंधे रहे साथ ही जाये कभी उस पार
मीत हो तुम दिल के आओ फिर गीत मिलन के गाये
आत्मिक रहे प्यार एक दूजे के लिए ये सांसे आये जाये
चलो दिल के मंदिर में आज यह मन्नत हम फिर मांगते है
फूल बन कर फिर खिले तो इस बंधन का वरदान चाहते है
✍️ कमल भंसाली