भूख के पटाखों में असहायों की पीड़ा जानी है
किसी की जिंदगी गुलजार किसी की पीर घनी है
पूछती है ये गुंजन हे विधाता क्यों जगत रचा
किसी का उजला जहां तो किसी की दिवाली काली है ।।

-गायत्री शर्मा गुँजन

Hindi Motivational by गायत्री शर्मा गुँजन : 111904356
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