आज बैठे हैं हम खुले आसमान के तारों के निचे,
उनको याद करते हुवे स्वपन को आंखें मैं मीचे।
बहती हुई ठंडी हवा के झोंके और सफेद बादलों निचे ,
आम का पैड और नारियल के पतियों संगीत सूर सींचे।
नर
शुभरात्री

Hindi Good Night by Naranji Jadeja : 111876276

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