#पंखुरी पंखुरी मन
17) सिगरेट
सिगरेट के धुऍ से जिंदगी
उड़ाते देखा..
पल पल अपने श्वासें
मिटाते देखा..
एक के बाद एक कश लगाकर
क्या मिला..??
नहीं जानते..
अपना बुरा-भला..
जल्द ही समेट लेगा,
श्वासें ये छल्ला..
धीरे-धीरे अपना वजूद,
खत्म करते देखा..
सिगरेट के धुएं से जिंदगी को..
उड़ाते देखा।।
🌹सुमन कुमावत🌹