समंदर का पानी शराब होता तो
सोचो कितना बवाल होता,
हकीकत ख्वाब होते तो सोचो
कितना बवाल होता...
किसी के दिल में क्या छुपा है ये
बस खुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनकाब होते तो सोचो
कितना बवाल होता...
थी खामोशी हमारी फितरत मैं तभी
तो बरसो निभाई लोगों से,
अगर मुंह में हमारे जवाब होते