हम भी एक *product* की तरह है जिस प्रकार एक *product* की *quality, specifications* और *configuration* होते है उसी प्रकार हममे हमारे *manners, thoughts* और *आदतें* होती है । *product* उसकी *quality* की वजह से *बाजार* में *जाना पहचाना जाता* है और *बिकता* भी है उसी प्रकार *मनुष्य* उसके *विचार* व *गुणवत्ताओ* के कारण *valuable* होता है और *value* पाता है ।