नमस्ते,
मुझे विश्वास है आप सकुशल होंगे. गुजर ही जाएगा कोरोना संकट का दौर. यूं भी बिन बुलाया मेहमान जब जाने का नाम नहीं लेता तो काफी जतन करने पड़ते हैं उसकी रवानगी के लिए. बस यूं समझ लीजिए यह मेहमान कुछ ज्यादा ही हठी निकला. खैर कोई बात नहीं इसका भी कोई ना कोई इलाज जरूर होगा. थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है. बस थोड़ी दूरी बनानी है और साफ सफाई का ध्यान रखते हुए मास्क पहनना है. सोचा था चाइनीज मेहमान है कोई छोटा-मोटा ही होगा, लेकिन यह तो इंसानी सोच की सीमाओं से भी परे निकल गया. खैर कोई बात नहीं जब हर रात के बाद दिन निकलना तय है, तो इसका जाना भी निश्चित है. तब इसकी परवाह किए बगैर खुद को सुरक्षित रखने की जरूरत है. बाकी तो जिंदगी है चलती ही रहती है कभी दुख में तो कभी सुख में. सुख में व्यवहारिक बातें मन को तसल्ली दे या ना दे लेकिन दुख में अव्यवहारिक बातें कोढ़ में खाज का काम जरूर करती है. इस समय धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है.
धन्यवाद.