ये रास्ता .......चाहता हैं।
चलो आज फिर उन्ही यादो को छुले क्युकी,
आज फिर उन्ही रास्तो पर चलनेको जी चाहता हैं|
कुछ तुम बोलना और हम सुनेगे,कभी कभी
इस रास्तेकी खामोशिको भी पढ़ लिया करना क्युकी,
ये हमारी बहोतसी यादे महसूस कराएगा |
हमारी वो प्यारी मस्तीसे भरी हुई नोकजोक ने,
एक बार पुराने दरवाजे पर दस्तक दी हैं |
मुझे ये सिलसिला युही जारी रखना हे क्युकी,
ये रास्ता मुझसे यादे बयान करने की इजाजत चाहता हैं |
माना की हम साथ नहीं हे,हाथ एक दूसरेके हाथ में नहीं
तो क्या हुआ ये रास्ता ही काफी हे ,
अच्छे लम्होको,फिरसे जीने केलिए क्युकी ,
ये रास्ता उसे फिर दोहराना चाहता हैं|
आज उन्ही रास्तो परएक बार फिर चलना हैं मुझे,
और जानना हैं खुदको क्युकी ,
इस रास्तेने फिरसे पहचान कराई हे मुझसे
क्युकी इस रस्तेने, फिरसे पहचान कराई हैं मुझसे ।
- हेतु
-Hetal