##सोच ##
Note :- Just think, but with feeling......
सोचो!
कि काश,
हम अंबानी होते, तो कितने मजे से जीवन गुजारते,
सोचो! हम इतनी संपत्ति कैसे सम्हालते।
कि काश,
हम भिखारी होते, तो कैसे रोज सबसे भीख मंगाते,
सोचो! कैसे फुटपाथ पर रात गुजारते।
कि काश,
हम प्रधानमंत्री होते, तो कैसे हम देश को सम्हालते,
सोचो! कैसे देश में एकता,समृद्धि लाते।
कि काश,
हम अमर होते, तो मौत से भी हम कभी नहीं डरते,
सोचो! इतना जीकर भी हम क्या करते।
कि काश,
संसार हमें ईश्वर बुलाता, तो हम इंसान कैसा बनाते,
सोचो! हम उसका रंगरूप कैसा सजाते।
कि काश,
हम ब्रम्हा बन जाते, तो जग में कितने प्राणी बनाते,
बस सोचो! हम उनमें भेद कैसे कर पाते।
कि काश,
सबको जीवन हमें देना होता, तो किसे कितना देते,
सोचो! क्या भेदभाव बिना ये कर लेते।
कि काश,
हम कोई देवता होते, तो कैसे सबको सुविधाएं देते,
सोचो! कैसे लोगों कि प्रार्थनाएं सुनते।
कि काश,
हमारे पास शक्ति होती, तो हम दुनियां कैसे चलाते,
सोचो! हम अपनी दुनियां कैसे बनाते।
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