सुनों,
मेरे जाने के बाद तुम बिंदीयां को अपने माथे से जुदा मत करना, क्योंकि दर्द ऊसे भी होगा ना मेरी तरह अपने प्रियतम् से जुदा होने का,
और वह चुड़ियों को अपनी कलाई में ही रहने देना, ईनकी खनखनाहट में मैं हरदम गूंजता रहूँगा,
और हाँ! वह तुम्हारी हरी और लाल सारी मैं तुम्हारे लिए कितने प्यार से लाया था, तो उन्हें किसी कोने में फेंक कर मेरे प्यार को खुदसे जुदा मत करना,
वह सिंदूर जीसे तुम्हारी माँग में लगा देखकर तुम सिर्फ मेरी हो इस अहसास से में मन ही मन मेरी पसंद पे इतराया करता था, ऊसे अपनी माँग में हंमेशा लगाये रखना,
देगा, ज़माना तुम्हें ताने पर तुम ऊन्हें अपने कानो में मत धरना,
और हाँ! जब तुम सजकर देखा करोगी आईने में तब मैं बनकर आईना तुम्हें अहसास दिलाता रहुँगा की तुम सजी हुई कितनी प्यारी लगती हो,
मैं कभी तुमसे जुदा नहीं हो सकता ये बात हंमेशा याद रखना,
हाँ! मेरे जाने के बाद तुम श्रृंगार को कभी खुद से जुदा मत करना...
Feelings_of_heart