असल में जिंदगी कुछ अनसुलझी पहेली हैं।
कुछ वक्त पहले भरोसा दिलाया,
पल में ही फिरसे तोड भी दिया।
सुलझाने बैठे हम जेसे कई एक साथ,
पता चला कि, सबकी अपनी-अपनी,
कुछ अलग ही पहेलियां है।

हल ढुंढना नामुमकिन,
समझना तो उससे भी बत्तर,
समाघान से कोसों दुर,
थक हार कर बैठ गए सब,
मानो मंजिल से कई दुर।
कुछ वक्त पहले भरोसा दिलाया,
पल में ही फिरसे तोड भी दिया।

सच मे जिंदगी एक अनसुलझी पहेली है।

Hindi Quotes by Gaurav Mehta : 111510449
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now