कुछ तुम्हारी, कुछ मेरी बात करते हैं...
आओ सब मिलकर एक मेहफ़िल सजाते हैं...
वो बचपन के मस्ती भरे पल याद करते हैं...
आओ सब मिलकर एक मेहफ़िल सजाते हैं...
अरसे बाद आज बेफिक्र रहने वाले खुद से मुलाकात करते हैं...
आओ सब मिलकर एक मेहफ़िल सजाते हैं...
जिंदगी के अफसाने के कुछ लम्हों को अनमोल बनाते हैं...
यारों आओ सब मिलकर एक मेहफ़िल सजाते हैं...