किसी ने कहा, "शायर साहब, आपका अच्छा है... जिसे चाहे अपने दिल की बात शायरी में कह देते हों..."
मैंने कहा, "एक बात बताइए जनाब, जब आप किसी को अपना दर्द सुनाते हों तो सामने वाला क्या करता है?"
उसने कहा, "जितना हो सके उतना सहारा देता है... क्यों?"
मैंने कहा, "क्योंकि, जब हम अपना दर्द सुनाते हैं तो सामने वाला 'वाह वाह' करता है और चला जाता है"
" वाह वाह... क्या बात है साहब...", कह के वो चला गया...